संवाददाता से,

बड़ी खबर यह है की नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विधान सभा में झूठ बोलने का गंभीर आरोप लगाया है.

एक प्रेस संवाददाता सम्मलेन को सम्बोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस देश के सबसे बड़े झूठे” हैं. हलाकि वह उनका सम्मान करते है. “उन्होंने झूठ ही नहीं बोला बल्कि सदन को गुमराह किया. “उन्होंने सभा में कहा था की मज़दूरों को रोज़गार देंगे, लेकिन अब तक एयरपोर्ट से टिकट काटकर 2. 5- 3 लाख मज़दूर बिहार से वापस लौट चुके है. उन्हें रोज़गार क्यों नहीं दिया”.

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आगे उन्होंने कहा की सदन में “मुख्यमंत्री ने कोरोना और बाढ़ को लेकर समिति बनाने की बात कही थी जो आज तक नहीं बानी” सदन के अंदर समिति बिठाने की बात हो, RT-PCR टेस्ट करने की बात हो या रोज़गार बढ़ाने की बात हो, मुख्यमंत्री ने झूठ बोला और गुमराह किया”।उन्होंने कहा था जितने मज़दूर आएंगे उनको एक एक हज़ार रूपये देंगे। बिहार सरकार के आंकड़े कहते है की 40 लाख मज़दूर बिहार में आये.लेकिन अब तक कितने लोगो को आर्थिक सहायता दी गयी.

कोरोना काल में बिहार में सरकारी मदद पर सवाल उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजश्वी यादव ने कहा की सरकार को “CM रिलीफ फण्ड का हिसाब देना चाहिए। मुख्यमंत्री रहत कोष में कितने पैसे आये एवं कहा खर्च किये गए ? सरकार इसका हिसाब दे “।

मुख्यमंत्री ने महज़ दिखावे के लिए हवाई सर्वेक्षण के लिए गए. बिहार में लगभग 84 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं लेकिन राज्य सरकार यह ज़रूर बताना चाहिए बिहार को केंद्रीय पैकेज मिला या नहीं अगर नहीं तो क्यों नहीं मिला?, तेजस्वी ने पूछा

याद दिला दें की विधान सभा के एक दिन के मानसून सत्र में जो ज्ञान भवन में आयोजित हुआ था. तेजस्वी यादव ने तीखे अंदाज़ में बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन, कोरोना महामारी और बाढ़ नियंत्रण पर सरकार के कदमो को नाकाफी बताकर काफी तीखी आलोचना की थी.
बिहार विधान सभा का कार्यकाल इस साल नवंबर महीने में समाप्त होने वाला है.

बिहार में बढ़ते अपराध पर टिपण्णी करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा की बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं. महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध तीन गुना बढे है. लेकिन मुख्यमंत्री चुनाव में व्यस्त है.

कोरोना में मरीज़ो की संख्या पर बोलते हुए उन्होंने कहा की सिर्फ अगस्त महीने में ही 80 हज़ार लोग कोरोना संक्रमित पाए गए है. रोज़ दो हज़ार लोग पॉजिटिव पाए जा रहे है. लेकिन केवल 6000 RT-पीसीआर टेस्ट हो रहे हैं. हमलोगो ने RT-PCR टेस्ट बढ़ाने के लिए कहा था जो अधिक एक्यूरेट है। लेकिन सरकार आंकड़े छुपाने के लिए रैपिड एंटीजन टेस्ट के तरीके से जांच कर रही है इसलिए सरकारी आंकड़े गलत हैं”..

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हालाँकि रघुवंश प्रसाद पर पत्रकारों के प्रश्नो को तेजस्वी यादव ने टालते हुए कहा की ये संवाददाता सम्मलेन बिहार के लोगो की समस्याओं को उजागर करने के लिए किया गया है न की व्यक्ति विशेष पर बोलने के लिए.

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