पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा व विधानसभा चुनाव एक साथ कराने को लेकर आज को नयी दिल्ली में बैठक बुलायी है। मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार भी इसमें भाग लेंगे। इस बैठक में सभी पार्टी अध्यक्षों को बुलाया गया है।

जदयू व नीतीश कुमार शुरू से  चुनाव सुधारों के पक्षधर रहे हैं। बैठक में वह जदयू का पक्ष रखेंगे. उन्होंने पहले भी लंबी अवधि तक चलने वाले चुनावों का विरोध किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘‘एक देश, एक चुनाव’ के मुद्दे पर चर्चा के लिए सभी राजनीतिक दलों के लोकसभा और राज्यसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले अध्यक्षों की 19 जून को यानी आज एक बैठक बुलायी है।

 

इस संबंध में जानकारी संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने रविवार को ही दी थी। बैठक दोपहर 3 बजे संसद भवन परिसर में शुरू होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आहूत राजनीतिक दलों के अध्यक्ष की बैठक में तृणमूल अध्यक्ष तथा राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को पत्र लिख कर सूचित किया है कि वह उक्त बैठक में शामिल नहीं हो सकतीं। बैठक में ममता बनर्जी के अलावा बीएसपी अध्यक्ष मायावती और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) शामिल नहीं होंगे।

अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने लिखा है कि उन्होंने बैठक के एजेंडे पर गौर किया है और यह पाया है कि ‘एक देश एक चुनाव’ जैसे संवेदनशील विषय पर इतने कम समय में न्याय नहीं किया जा सकता। इस विषय पर जल्दीबाजी करने की बजाय संवैधानिक विशेषज्ञों के अलावा पार्टी के सदस्यों से भी सलाह ली जानी चाहिए। वह अनुरोध करती हैं कि इस संबंध में सभी राजनीतिक दलों को एक श्वेत पत्र जारी किया जाये। इस संबंध में उनसे उनकी राय पूछी जाये। इसके लिए पर्याप्त वक्त दिया जाये। तब वह इस बाबत ठोस सलाह देने की स्थिति में होंगे।

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