नरेन्द्र मोदी 30 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ केन्द्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य भी शपथ लेंगे।राष्ट्रपति भवन के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 30 मई को शाम 7 बजे राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में श्री मोदी और मंत्रिपरिषद में उनके सहयोगियों को शपथ दिलायेंगे। 

भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल ने शनिवार को श्री मोदी को अपना नेता चुना था, जिसके बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के संसदीय दल ने भी उन्हें अपना नेता चुन लिया।  राजग का नेता चुने जाने के बाद श्री मोदी ने शनिवार रात को ही राष्ट्रपति कोविंद से भेंट कर नयी सरकार बनाने का दावा पेश किया, जिसके बाद राष्ट्रपति ने उन्हें उन्हें प्रधानमंत्री मनोनीत किया और नयी सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। साथ ही राष्ट्रपति ने उनसे शपथ ग्रहण समारोह की तिथि और समय बताने तथा अन्य मंत्रियों की सूची सौंपने को भी कहा।

संसद के केंद्रीय कक्ष में राजग के नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने श्री मोदी को पार्टी संसदीय दल का नेता चुनने का प्रस्ताव पेश किया। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने इसका अनुमाेदन किया और उसके बाद पार्टी के सभी नवनिर्वाचित सांसदों ने हाथ खड़े कर और मेजें थपथपाकर प्रस्ताव का समर्थन किया।
श्री मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। वर्ष 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने श्री मोदी का यह दूसरा कार्यकाल होगा।

उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की और विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।  उप राष्ट्रपति से मिलने के लिए श्री मोदी दोपहर में उनके निवास पर गये। इस दौरान दोनों ने देश की प्रगति और विकास से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की। मुलाकात के बाद श्री मोदी ने टि्वट किया, “ उप राष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की।”

उन्होंने आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोनीत जगन मोहन रेड्डी के साथ मुलाकात की जानकारी भी टि्वटर पर साझा की। उन्होंने कहा कि श्री जगन मोहन रेड्डी के साथ शानदार मुलाकात हुई। इस दौरान आन्ध्र प्रदेश के विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर सार्थक बातचीत हुई। श्री रेड्डी को केन्द्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया। श्री रेड्डी आज प्रधानमंत्री से मिलने दिल्ली आये थे।

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