सरकार ने गुरुवार को नीति आयोग का पुनर्गठन कर दिया और पूर्णकालिक सदस्य विवेक देवराय को हटा दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुनर्गठित आयोग के अध्यक्ष रहेंगे। राजीव कुमार उपाध्यक्ष और वी के सारस्वत, प्रोफेसर रमेश चंद और डॉ़ वी के पॉल इसके पूर्णकालिक सदस्य होंगे। 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कृषि तथा ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को पदेन सदस्य बनाया गया है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत, रेल तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन तथा नियोजन मंत्री राव इंद्रजीत सिंह विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।

उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने कहा है कि स्वस्थ एवं समृद्ध भारत बनाने के लिए आयुष्मान भारत को कारगर तरीके से लागू किया जाएगा और इसमें किसी प्रकार के भ्रष्टाचार तथा धोखाधड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डॉ हर्षवर्द्धन ने गुरुवार को यहां आयुष्मान भारत के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद इस योजना को मूर्तरूप दिया है और गरीबों तथा वंचितों के स्वास्थ की बात कही गयी है। इसमें नियंत्रण एवं संतुलन की ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी ताकि उसमें कोई धोखाधड़ी या गड़बड़ी न हो। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि आयुष्मान भारत में कुछ समूह के लोग शामिल नहीं किये गये हैं क्योंकि यह योजना 2011 के आंकड़ों पर आधारित थे।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सभी अच्छे अस्पतालों को सूची में शामिल किया जाना चाहिए और जो अस्पताल सूची में शामिल हैं उनमें मरीजों की बेहतर देखभाल की जानी चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को बेहतर तरीके से लागू करने के लिए सभी शहरों विशेषकर दूसरी एवं तीसरी श्रेणी के शहरों के सूचीबद्ध अस्पतालों की संख्या बढानी चाहिए। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ इंदूभूषण भी मौजूद थे।

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