नोटबंदी : जानिए कौन नेता क्या बोले, RJD बोला अंधभक्तों की जय

प्रधानमंत्री मोदी की नोटबंदी-2 में दो हजार के नोट बंद कर दिए गए। चिराग और मायावती चुप। जानिए किस नेता ने क्या कहा, RJD ने क्यों कहा अंधभक्तों की जय।

प्रधानमंत्री मोदी की नोटबंदी-2 में दो हजार के नोट बंद कर दिए गए। कल रात से ही प्रधानमंत्री मोदी का यह फैसला चर्चा में है। सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की बाढ़ आई है, लेकिन भाजपा का आईटी सेल पता नहीं कहां है। दो हजार के नोट बंद करने के फैसले के पक्ष में बयान खोजना पड़ेगा। बिहार में सुशील मोदी ने पक्ष लिया, तो लोगों ने रगड़ दिया। भाजपा के एक केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पीएम ने यह फैसला गरीबों के हित में लिया है। अब इससे गरीबों का कैसे भला होगा, वही जानें। मायावती और चिराग पासवान ने इतनी बड़ी घटना पर चुप्पी बनाए रखी है। आइए देखते हैं किसने क्या कहा-

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा-आपने पहली नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को एक गहरा ज़ख़्म दिया था। जिससे पूरा असंगठित क्षेत्र तबाह हो गया, MSME ठप्प हो गए और करोड़ों रोज़गार गए ! अब ₹2000 के नोट वाली “दूसरी नोटबंदी”… क्या ये ग़लत निर्णय के ऊपर पर्देदारी है? एक निष्पक्ष जाँच से ही कारनामों की सच्चाई सामने आएगी।

राजद ने अच्छा तो हम चलते हैं लिखे दो हजार के नोट के साथ ट्वीट किया-आने वाली पीढ़ियाँ यह सोच सोचकर आश्चर्य करेंगी कि पृथ्वी पर साधारण सा कागज़ का एक ऐसा अनूठा नोट भी आया था जिसके आने से भी भ्रष्टाचार मिटा था और जाने से भी! जय हो अंधभक्तों!

ममता बनर्जी ने कहा -इस तरह यह दो हजार रुपए का धमाका नहीं है, बल्कि यह करोड़ों बारतीयों को अरबों डॉलर का धोखा है। जागो मेरे भाइयों और बहनों। पहली बार नोटबंदी की तबाही और परेशानी को हम बूले नहीं हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने 2026 के राहुल गांधी का ट्वीट साझा किया, जिसमें राहुल ने पूछा था कि एक हजार का नोट खत्म करके दो हजार का नोट जारी करने से काला धन कैसे खत्म होगा।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा-पहले बोले 2000 का नोट लाने से भ्रष्टाचार बंद होगा। अब बोल रहे हैं 2000 का नोट बंद करने से भ्रष्टाचार ख़त्म होगा इसीलिए हम कहते हैं, PM पढ़ा लिखा होना चाहिए। एक अनपढ़ पीएम को कोई कुछ भी बोल जाता है। उसे समझ आता नहीं है। भुगतना जनता को पड़ता है। आप के संजय सिंह ने कहा-मोदी जी डिजिटल इंडिया बनाने निकले थे बोले थे “जितना कैश होगा उतना भ्रस्टाचार होगा” 2016 में कैश – 17.7 लाख करोड़ था। 2022 में कैश – 30.18 लाख करोड़ हो गया। आपने तो नोटबंदी से खूब भ्रष्टाचार बढ़ाया मोदी जी।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा-कुछ लोगों को अपनी गलती देर से समझ आती है… 2000/- के नोट के मामले में भी ऐसा ही हुआ है लेकिन इसकी सज़ा इस देश की जनता और अर्थव्यवस्था ने भुगती है। शासन मनमानी से नहीं, समझदारी और ईमानदारी से चलता है।

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