परिषद चुनाव : BJP-JDU से बहुत आगे राजद , मिले 50, 105 वोट

परिषद की 24 सीटों का परिणाम बहुत कुछ कहता है। BJP-JDU से बहुत आगे रहा राजद। लगभग दोगुना वोट मिले- 50, 105 वोट। सात सीटों पर एनडीए रनर भी नहीं।

परिषद चुनाव में विजयी प्रत्याशियों के साथ बैठक करते तेजस्वी यादव। साथ में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और रामचंद्र पूर्वे।

बिहार विधान सभा चुनाव में राजद सबसे बड़ी पार्टी के रुप में सामने आया था। बाद में भाजपा ने सन ऑफ मल्लाह की पार्टी को तोड़कर अपनी संख्या बढ़ाई। अब बिहार विधान परिषद चुनाव ने भी भाजपा-जदयू को परेशानी में डाल दिया है। इस चुनाव में राजद एक बार फिर सबसे लोकप्रिय पार्टी के रूप में उभरा है। राजद को 50, 105 वोट मिले, जबकि भाजपा बहुत पीछे 28,812 वोट ही पा सकी। जदयू तीसरे नंबर पर रहा। उसे 27,016 मत ही मिले। सबसे खास बात रही कि भजपा-जदयू सात जिलों में विनर तो नहीं ही रही, वह रनर तक नहीं हो पाई। उसे तीसरे-चौथे स्थान पर जाना पड़ा। ये जिले हैं- सीवान, सारण, नवादा, पटना, पू. चंपारण, प. चंपारण और मधुबनी।

राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने अकेली पार्टी के रूप में सबसे ज्यादा वोट हासिल करने पर कहा कि यह दो बातों को प्रमाण है। पहला, एनडीए की डबल इंजन की सरकार फेल हो गई है, तथा जनता बेहद नाराज है तथा और इसके साथ ही विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की लोकप्रियता बढ़ी है। राजद को ए टू जेड का समर्थन बढ़ रहा है।

परिषद चुनाव में राजद को छह सीटों पर जीत मिली, जबकि इन 24 सीटों में उसके पास पहले से केवल एक ही सीट थी। भाजपा को 7 और जदयू को पांच सीट मिली है। एक सीट पर कांग्रेस को तथा एक दूसरी सीट पर कांग्रेस समर्थिक निर्दलीय को जीत मिली। वैशाली की एक सीट पर लोजपा (पारस) को जीत मिली।

अन परिणामों के भीतर देखें तो राजद को मिली जीत में अंतर ज्यादा है, जबकि सीतामढ़ी, गोपालगंज, औरंगाबाद में एनडीए को बहुत कम अंतर से सफलता मिली। राजद के छह जीते प्रत्याशियों में सबसे ज्यादा तीन भूमिहार, एक राजपूूत, एक वैश्य तथा एक यादव हैं। राजद ने दो मुस्लिम प्रत्याशी मधुबनी और पूर्णिया से उतारे थे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।

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By Editor