समाज सुधार यात्रा पर राजद का सवाल, सीएम ने दी सफाई

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाज सुधार यात्रा शुरू होने से पहले ही विवादों में आ गई। राजद ने इस यात्रा के मकसद पर तल्ख सवाल किए, तो सीएम ने दी सफाई।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक दिन बाद 22 दिसंबर से समाज सुधार यात्रा शुरू करेंगे। राजद ने कल मुख्यमंत्री की समाज सुधार यात्रा के औचित्य पर ही सवाल खड़ा करते हुए ट्वीट किया-समाज सुधार नौटंकी यात्रा पर CM नीतीश आमजनों को छोड़ केवल पुलिसकर्मियों, अधिकारियों,कर्मचारियों,जीविका दीदियों और मानदेय भोगियों को संबोधित करेंगे। प्रत्येक प्रतिभागी पर 275₹ खर्च किए जाएँगे। प्रशासन समुचित वाहनों का प्रबंध करेगा। एक वाहन पर खजाने से 5000₹ खर्च किया जा सकता है।

राजद ने जीविका के मुख्य अधिकारी का वह पत्र भी सोशल मीडिया में सार्वजनिक किया, जिसमें सभी जिलाधिकारियों से कार्यक्रम में दीदियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा गया है।

आज मुख्यमंत्री ने सफाई देते हुए कहा कि विकास के काम हो रहे हैं। सड़क से लेकर बिजली तक काम हुआ। बाढ़ राहत पर बहुत काम किया गया। समाज सुधार भी जरूरी है। जिन्हें समाज सुधार की जानकारी ही न हो, उनके बारे में क्या कहना।

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए पलायन, शिक्षा और अस्पतालों की स्थिति पर चर्चा नहीं की। विरोधियों का कहना है कि मुख्यमंत्री राज्य के मूल सवालों से भाग रहे हैं। विपक्ष ने चुनौती दी कि अगर हिम्मत है, तो मुख्यमंत्री पीएमसीएच और जिला अस्पतालों में भर्ती मरीजों से बात करें। स्कूलों में बच्चों और शिक्षकों से तथा युवाओं से रोजगार पर बात करें।

आज राजद ने राज्य में कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा किया। एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें एक सरपंच-पति एक व्यक्ति को डंडे से पीट रहा है। लिखा-सरपंच पति (यह पद नीतीश सरकार द्वारा ही सृजित है) सुरेंद्र चौधरी की कंगारू कोर्ट! जब नीतीश कुमार के आतंकराज में जज ही धुने जा रहे हों ऐसे कंगारू कोर्ट में जबर्दस्ती के बना दिए गए ‘मुजरिमों’ की क्या बिसात! हाँ, ये स्वयंभू ‘जज’ @bihar_police के कारिंदों से नहीं पिटेंगे, यह तय है!

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