सीबीएससी की मेडिकल एंट्रेंस NEET – 2018 में जमुई के कैथा ग्राम के तारिक अदीब ने पहले प्रयास में शानदार सफलता दर्ज की है. तारिक की यह सफलता इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वह  प्रोफेशन के बजाये मानव सेवा के लिए डॉक्टर बनना चाहते हैं

तारिक अदीब: मानवता की सेवा है उद्देश्य

 

तारिक को कुल 99.4146 पर्सेंटाइल मार्क्स प्राप्त हुआ है. इन्होने कड़ी मेहनत और लगन से यह सफलता प्राप्त की है. तारिक ने बताया उन्होंने कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ पढ़ाई की. तारिक ने सफलता के लिए निरंतर अभ्यास का गुरुमंत्र अपनाया और कठिन सब्जेक्ट को बारीकी के साथ रिविजन करते रहे जिससे उनमें आत्मविश्वास बढ़ता गया.

 

तारिक ने अपनी पढ़ाई किसी बढ़े शहर के बजाये नवादा के विद्यालय से दसवीं और 12वीं की परीक्षा पास की. दसवीं के बाद से ही तारिक ने ठान लिया कि उन्हें नीट क्रैश करना है. फिर उन्होंने मेडिकल की तैयारी के लिए राजस्थान का रुख किया जहां उन्होंने कोचिंग ली. और आज नतीजा सामने है.

 

तारिक के पिता पिता अदीब मलिक बिहार सरकार के राजभाषा विभाग में कार्यरत हैं. और नवादा में पोस्टेड हैं.

 

NEET में इस वष 13 लाख 26 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे. इस परीक्षा में इस वष 7 लाख 14 हजार 562 परीक्षार्थियों को क्वालिफायड घोषित किया गया है.

 

 

NEET की परीक्षा देश भर के वैसे मेडिकल और डेंटल कालेजों में प्रवेश के लिए सीबीएससी आयोजित करती है जिन्हें मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया व डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया से एप्रुवल प्राप्त है.

 

तारिक का कहना है कि पढ़ाई पूरी करने के बाद वह स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुछ नया प्रोयग करने की इच्छा रखते हैं ताकि गरीबों तक सस्ती और स्तरीय मेडिकल सेवा उपलब्ध कराई जा सके.

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