तेजस्वी ने पहली बार नीतीश के कोर वैल्यू पर किया बड़ा हमला

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दो कोर वैल्यू में से एक पर आज अबतक का सबसे बड़ा हमला किया। क्या है कोर वैल्यू और उस पर हमले का क्या होगा असर?

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कुमार अनिल

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आज राज्य के मंत्री रामसूरत राय के मामले में नया खुलासा ही नहीं किया, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दो कोर वैल्यू में से एक को कटघरे में खड़ा कर दिया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दो कोर वैल्यू रहे हैं। पहला है, न्याय के साथ विकास और दूसरा है हम किसी को फंसाते नहीं और न ही किसी को बचाते हैं। इस दूसरे कोर वैल्यू पर आज तेजस्वी ने करारा हमला किया और तथ्यों के साथ साबित करने की कोशिश की कि मुख्यमंत्री निर्दोष को फंसाते भी है और दोषी को बचाते भी हैं।

खुद मुख्यमंत्री इस बात को गर्व से कहते रहे हैं कि वे न किसी को फंसाते हैं और न ही किसी को बचाते हैं। दरअसल, यह कोर वैल्यू राजद प्रमुख लालू प्रसाद को घेरने के लिए वर्षों के प्रयास के बाद निर्मित किया गया है। इससे जदयू यह साबित करने की कोशिश करता है कि राजद के शासनकाल में निर्दोष को फंसाया जाता था और दोषियों को संरक्षण दिया जाता था। इसी कोर वैल्यू का विस्तार है तीन सी से समझौता न करने की छवि। लेकिन मूल में हैं हम किसी को फंसाते नहीं, किसी को बचाते भी नहीं।

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आज तेजस्वी यादव ने प्रमाण के साथ मुख्यमंत्री के इसी कोर वैलेयू पर हमला बोला। उन्होंने मंत्री राम सूरत राय के भाई के स्कूल के प्रबंधक अमरेंद्र को किस प्रकार फंसाया गया, इसके लिए अमरेंद्र के भाई अंशु को मीडिया से मिलवाया।

तेजस्वी ने जोर देकर कहा कि स्कूल के प्रबंधक अमरेंद्र ने पुलिस को सूचना दी कि स्कूल में शराब की बड़ी खेप रखी गई है। जिसने सूचना दी, उसी को जेल में बंद कर दिया गया। कहा- फोन का कॉल रिकार्ड निकाला जाए।

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तेजस्वी ने सिलसिलेवार ढंग से सवालों की झड़ी लगा दी। पूछा कि जब स्कल प्रबंधक ने पुलिस को कहा कि स्कूल मंत्री के भाई का है, तो मंत्री के भाई से कोई पूछताछ क्यों नहीं की गई। मंत्री के भाई कहते हैं कि स्कूल को लीज पर दिया था, तो लीज एग्रीमेंट का कागज कहां है? लीज पर दिया, तो पैसे के लेन-देन का कोई प्रमाण होगा। किसी बैंक में पैसा जमा हुआ होगा, वह कहां है।

तेजस्वी ने सीधे मंत्री को भी घेरा और कहा कि मंत्री झूठ बोल रहे हैं। मंत्री कहते हैं कि उनका भाई से कोई संबंध नहीं है, जबकि वे स्कूल के उद्घाटन में मौजूद थे। पुरस्कार वितरण कर रहे थे। इसका फोटोग्राफ भी तेजस्वी ने मीडिया को दिखाया। तेजस्वी ने पूछा कि अगर जमीन दूसरे को लीज पर दी गई, तो स्कूल अर्जुन राय के नाम पर कैसे खुला। कोई लीज पर जमीन लेकर स्कूल खोलेगा, तो अपने नाम पर खोलेगा।

तेजस्वी इतने तक ही नहीं रुके, उन्होंने सीधा मुख्यमंत्री को भी घेरा और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री दोषियों को बचा रहे हैं और निर्दोष को फंसा रहे हैं।

बिहार में भी खेला हो गया

बंगाल में इन दिनों खेला होबे नारा बड़ा चर्चित है। तेजस्वी ने आज बिहार में खेला कर दिया। उन्होंने स्कूल प्रबंधक अमरेंद्र के भाई को मीडिया के समक्ष बुलाते हुए सहज ढंग से कहा कि ये अमरेंद्र के भाई हैं. गरीब कुशवाहा हैं। कुशवाहा परिवार से आते हैं, कहकर तेजस्वी ने बड़ा खेला कर दिया। दो दिन बाद उपेंद्र कुशवाहा का जदयू में विलय होना तय माना जा रहा है।

तेजस्वी की बात जैसे ही नीचे जाएगी, यह जदयू के लिए नई परेशानी पैदा करेगी। राजद समर्थक पूछेंगे कि उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी में ले रहे हैं और एक गरीब कुशवाहा को फंसा क्यों रहे हैं? इमरेंद्र के भाई ने पत्रकारों को बताया कि कुछ दिन पहले उन्हें जान से मार देने की धमकी दी गई है। उनके साथ कुछ भी हो सकता है। इस पर तुरत ही तेजस्वी यादव ने अमरेंद्र के परिवार को सुरक्षा देने की मांग की।

राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि आज विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के सभी विधायकों ने राजभवन मार्च किया। धरना दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अगर मंत्री को बरखास्त नहीं करते हैं, तो मामले को जनता के बीच ले जाएंगे।

By Editor