तेलंगाना चुनाव से पहले ही तय हो गया भारी बहुमत से आ रही कांग्रेस

तेलंगाना चुनाव से पहले ही तय हो गया भारी बहुमत से आ रही कांग्रेस। चुनाव विशेषज्ञों ने कहा तेलंगाना में कांग्रेस की हवा नहीं, आंधी चल रही है।

तेलंगाना में 30 नवंबर को चुनाव है। चुनाव प्रचार का कल आखिरी दिन होगा। परिणाम तीन दिसंबर को आएगा, लेकिन चुनाव विशेषज्ञों ने पहले ही परिणाम की घोषणा कर दी है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि राज्य में कांग्रेस की हवा नहीं, बल्कि आंधी चल रही है। वह भारी बहुमत से आ रही है। बीआरएस सत्ता से बाहर हो रही है और भाजपा के लिए दहाई अंक तक पहुंचना कठिन होगा।

चुनाव विशेषज्ञ रह चुके सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने हैदराबाद में कहा कि उन्होंने राज्य के कई इलाकों का दौरा किया है और वे देख पा रहे हैं कि राज्य में कांग्रेस भारी बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हवा नहीं, बल्कि आंधी चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि तेलंगाना में कांग्रेस का सत्ता में आना 2024 लोकसभा के लिए शुभ है। 2024 लोकसभा चुनाव देश में लोकतंत्र बचाने के लिए बड़ी लड़ाई होगी।

मालूम हो कि तेलंगाना विधान सभा में 119 सीटें हैं। छह महीने पहले तक माना जा रहा था कि बीआरएस आराम से फिर सत्ता में आ जाएगी तथा भाजपा दूसरे स्थान पर रहेगी, जबकि कांग्रेस तीसरे स्थान पर रहेगी। लेकिन पहले भारत जोड़ो यात्रा की सफलता फिर कर्नाटक में कांग्रेस की जीत ने तेलांगना की हवा बदल दी।

कांग्रेस तथा बीआरएस दोनों ही जन कल्याणकारी योजनाओं को सामने रख कर चुनाव लड़ रहे हैं, जिसमें रसोई गैस 500 रुपए में देने, महिलाओं को फ्री बस यात्रा, रोजगार के लिए धन, सरकारी नौकरी प्रमुख मुद्दे हैं। जबकि भाजपा राम मंदिर को जोर-शोर से उठा रही है। वह वादा कर रही है कि भाजपा के जीतने पर तेलांगाना के लोगों को अयोध्या में राममंदिर के दर्शन कराए जाएंगे।

कांग्रेस बीआरएस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाजपा से सांठगांठ बता रही है। सीएम केसीआर की बेटी कविता के खिलाफ जांच को रोक देना इसी का उदाहरण है। कविता का नाम दिल्ली शराब घोटाला केस में आया। ईडी ने इसी वर्ष दो बार समन भी जारी किया, लेकिन उसके बाद कविता के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया सहित कई नेता इसी मामले में जेल में हैं। इस बीच राहुल गांधी ने कहा कि उनके खिलाफ 20 मुकदमे किए गए हैं, कई बार पूछताछ की गई, केसीआर पर केंद्र की एजेंसी ने कोई मुकदमा क्यों नहीं किया, जबकि भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं। राहुल गांधी ने अपने ऊपर मुकदमों को अपनी छाती पर मेडल कहा।

जाति गणना के बाद : तेजस्वी ने नोनिया, नीतीश ने की दलित रैली

By Editor