त्रिपुरा : मुस्लिम विरोधी दंगे कवर करने गईं पत्रकार गिरफ्तार, मिली बेल

त्रिपुरा में मुस्लिम विरोधी दंगे को कवर करने गईं दो महिला पत्रकारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। एडिटर्स गिल्ड ने की रिहाई की मांग। कोर्ट से मिली बेल।

गिरफ्तारी के बाद दोनों पत्रकार नीलमबाजार पुलिस स्टेशन में। साथ में कांग्रेस के असम प्रदेश अध्यक्ष और विधायक सिद्दीक अहमद।

सोशल मीडिया में ‘त्रिपुरा जल रहा है’ लिखने पर यूएपीए जैसी खतरनाक धारा लगानेवाली त्रिपुरा पुलिस ने राज्य में मुस्लिम विरोधी दंगे तो कवर करने गईं दो महिला पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया है। पत्रकारों-संपादकों के संगठन एडिटर्स गिल्ड, इंडियन वूमन प्रेस कोर्प्स सहित कई संगठनों ने दोनों पत्रकारों समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा को अविलंब रिहा करने की मांग की है। अभी-अभी पीटीआई की खबर के अनुसार दोनों पत्रकारों को त्रिपुरा की अदालत ने बेल दे दी है।

दोनों महिला पत्रकारों को कल शाम छह बजे के बाद असम पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि एफआईआर त्रिपुरा में दर्ज हुई है। गिरफ्तार करते वक्त दोनों पत्रकारों ने गिरफ्तारी वारंट दिखाने को कहा, तो पुलिस ने कहा कि उनके पास वारंट की कॉपी नहीं है। पुलिस का कहना था कि ऊपर से आदेश है। दोनों पत्रकारों को पहले नीलमबाजार पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां कांग्रेस के असम प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक सिद्दीक अहमद उनसे मिलने पहुंचे। युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास ने ट्वीट किया-FIR दर्ज हुई है TRIPURA में, बेटियां गिरफ्तार हुई है ASSAM में पुलिस के पास न कोई वारंट है और न ही Transit Remand का आदेश। क्या सुन रहे हैं प्रधानमंत्री?

श्रीनिवास ने महिला पत्रकारों का वीडियो भी शेयर किया।

असम युवा कांग्रेस के मोसरुल खान ने कहा-सच बोलने और दिखाने के लिए हिम्मत चाहिए जो उन दो बहनों में है। आज पूरा दिन उन दो पत्रकारों के साथ नीलम बाजार पुलिस स्टेशन में हमारी यूथ कांग्रेस टीम को लेके मौजूद था। पत्रकार अजीत अंजुम ने दोनों पत्राकारों की गिरफ्तारी पर कई वीडियो जारी किए हैं। उन्होंने अपने चैनल पर विशेष चर्चा भी की। त्रिपुरा पुलिस ने दोनों पत्रकारों पर सांप्रदायिकता भड़काने का आरोप लगाया था।

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By Editor