यूपी में भाजपा को फिर झटका, मंत्री दारा सिंह चौहान का इस्तीफा

यूपी के बड़े नेता व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद भाजपा संभल भी नहीं पाई थी कि आज उसे फिर झटका लगा। मंत्री दारा सिंह चौहान ने दिया इस्तीफा।

दूसरे दल के विधायकों को तोड़कर चुनाव में हवा बनाने में भाजपा माहिर रही है। यह खेल अब उसी के साथ हो रहा है, तो उसकी सांस पूलने लगी है। कल यूपी के बड़े नेता और मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और उनके साथ कई विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दिया, सपा ज्वाइन किया और 24 घंटे बाद ही उसे आज फिर एक करारा झटका लगा है।

आज योगी मंत्रिमंडल के सदस्य मंत्री दारा सिंह चौहान ने मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफे में लिखा-भाजपा सरकार दलित-पिछड़ों के आरक्षण, युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह विफल रही है। इस वर्ग को न्याय देना नहीं चाहती भाजपा। कल से अब तक छह विधायक और मंत्री भाजपा को टाटा कर चुके हैं। सभी ने सपा की साइकिल ले ली है।

दारा सिंह चौहान को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मनाने की बहुत कोशिश की। लेकिन वे नहीं माने। पहले स्वामी प्रसाद मौर्य और अब दारा सिंह चौहान के भाजपा छोड़ने से सपा के पक्ष में पिछड़ों की गोलबंदी लगभग पूरी हो गई दिखती है। भाजपा अब केवल सवर्ण आधार पर टिकी है, उसमें भी ब्राह्मण समुदाय में विरोध की खबरों से इनकार नहीं किया जा सकता।

24 घंटे बाद भी भाजपा अब तक इस नए नैरेटिव का जवाब देने में पूरी तरह विफल रही है। नैरेटिव यह बना है कि भाजपा पिछड़ों-दलितों-मुसलमानों के खिलाफ है। पिछली बार भाजपा गैर यादव पिछड़ों को जोड़ने में सफल रही थी, लेकिन पिछले पांच साल तक जिस प्रकार योगी-मोदी राज चला, उससे यही मैसेज गया कि यूपी में एक खास जाति का राज हो गया है।

यूपी में भगदड़ का असर उत्तराखंड पर भी पड़ रहा है, जहां वह पहले से मुश्किल में है। योगी आदित्यनाथ आज भी 80 प्रतिशत बनाम 20 प्रतिशत की बात करते दिखे। यूपी भाजपा के ट्विटर पर सिर्फ यही दिखता है, लेकिन लगता नहीं कि 80 बनाम 20 के बहाने हिंदू-मुस्लिम धुर्वीकरण की उसकी कोशिश सफल हो पाएगी।

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By Editor