असली टुकड़े-टुकड़े गैंग, दाढ़ी बढ़ा कर विकास बन गया राशिद खान

देश को भीतर से तोड़ने की कितनी बड़ी साजिश की जा रही है, देख लीजिए। ये है असली टुकड़े-टुकड़े गैंग का सदस्य। दाढ़ी बढ़ा कर नफरत का जहर फैलाया।

मुसलमानों के खिलाफ हिंदुओं के दिमाग में नफरत का जहर भरने की कैसी-कैसी कोशिश की जा रही है, देख लीजिए। विकास कुमार ने दाढ़ी बढ़ा ली और नाम बदल कर राशिद खान रख लिया। फिर वीडियो जारी किया। आफताब पूनावाला ने श्रद्धा के 35 टुकड़े किए थे। राशिद बने विकास ने कहा कि 36 टुकड़े भी किया जा सकता है। और भी नफर भरी बातें। इस वीडियो को भाजपा नेताओं ने खूब वायरल किया। देश भर में वाट्सएप के जरिये प्रचारित किया गया। अब पुलिस ने गिरफ्तार किया, तो मामला खुल गया। उसका नाम राशिद नहीं, विकास है।

हद तो यह है कि नफरत और देश को तोड़नेवाले इस वीडियो की सच्चाई सामने आने के बाद भी खुद को भाजपा कार्यकर्ता कहने वाली प्रीति गांधी ने वीडियो डिलिट नहीं किया है।

लेखक अशोक कुमार पांडेय ने कहा-मुसलमानों को बदनाम करने के लिए विकास कुमार दाढ़ी बढ़ाकर राशिद खान बन गया और RW ने उसका खूब प्रचार किया। अब जब पुलिस सच्चाई सामने ले आई है उसके पहले लाखों व्हाट्सप्प नंबरों तक यह ज़हर पहुँच चुका होगा, सच्चाई हर जगह नहीं पहुंचेगी। यही खेल है.. ।

पत्रकार उमाशंकर सिंह ने कहा-देखिए कैसे कैसे प्रपंच रचे जाते हैं और फिर उसे वायरल किया जाता है ताकि समाज में धर्म के आधार पर खाई बढ़ाई जा सके। ये ‘फूट डालो और शासन करो’ की ही नीति है का नया रूप है। पत्रकार अतुल चौरसिया ने भी विकास के जहरीले वीडियो को शेयर करते हुए लिखा-उन मासूमों के लिए जिन्हें लगता है कि दंगे फसाद सुनियोजित नही होते, बस क्रिया की प्रतिक्रिया हो जाती है।

पत्रकार संजय शर्मा ने कहा-कपड़ों और दाढ़ी से पहचान हो गयी थी !गोदी मीडिया ने आग लगा दी ! चैनलों को मन की खुराक मिल गयी राशिद खान के इस बयान से ! अब साहब की गिरफ़्तारी के बाद पता चला है कि यह राशिद खान नही विकास है ! तभी कहता हूँ यह वहाटसएप फ़ैक्ट्री सुनियोजित तरीक़े से नफ़रत फैला रही है इस देश में !

जगदा बाबू नाराज नहीं, Working from Home हैं

By Editor