यह कैसा नया भारत! तिरंगा नहीं खरीदा तो गरीब का राशन रोक लिया

यह कैसा लोकतंत्र है, कैसी आजादी, जिसमें एक गरीब के पास तिरंगा खरीदने के पैसे नहीं थे, तो उसका राशन ही रोक दिया। घटना भाजपा शासित हरियाणा की। वीडियो वायरल।

देश में एक वीडियो वायरल है। एक गरीब के पास तिरंगा खीरदने के पैसे नहीं हैं, तो सरकारी राशन दुकान ने राशन ही रोक दिया। गरीब कह रहा है कि उसके पास बस राशन का ही पैसा है। वह कहां से तिरंगा के लिए 20 रुपए लाए। दुकानदार ने कहा कि ऊपर से ऑर्डर है। जो तिरंगा नहीं खरीदेगा, उसे राशन नहीं देना है। क्या यही लोकतंत्र है? यह तो सरासर जबरदस्ती है। देखिए वीडियो-

गरीब का राशन रोक देने के खिलाफ देशभर से आवाज उठ रही है। लोग भाजपा सरकार के तिरंगा नहीं खरीदने पर राशन न देने के फरमान का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रीया श्रीनेत ने कहा-आसान नहीं थी आज़ादी की लड़ाई मज़ाक़ बना कर रख दिया है इस देश का मोदी सरकार ने। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने कहा-आजादी की 75वीं वर्षगाँठ का उत्सव गरीबों पर ही बोझ बन जाए तो दुर्भाग्यपूर्ण होगा। राशनकार्ड धारकों को या तिरंगा खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है या उसके बदले उनके हिस्से का राशन काटा जा रहा है। हर भारतीय के हृदय में बसने वाले तिरंगे की कीमत गरीब का निवाला छीन कर वसूलना शर्मनाक है।

युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने कहा-जो 20 रूपए का तिरंगा झंडा नहीं खरीदेगा, उसको BJP सरकार राशन नहीं देगी..! Modi ji, आखिर ये कैसा राष्ट्रवाद है? दलित नेता और गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी ने कहा-लगता है मोदी जी के किसी मित्र को तिरंगा बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। शायद इसी लिए यह सब किया जा रहा है। पत्रकार राना अयूब ने तंज कसा कि यह है आजादी का अमृत महोत्सव। रोहन गुप्ता ने कहा-मित्रों के लाखों करोड़ों का कर्ज माफ करने वाले गरीबों से तिरंगा के लिए भी दाम ले रहे हैं ।

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