हिंदू युवा वाहिनी की गुंडागर्दी,सवाल पूछने पर पत्रकार को पीटा

योगी आदित्यनाथ के करीबी भाजपा विधायक से कोरोना पर सवाल पूछने वाले पत्रकार को हिंदू युवा वाहिनी के उत्पातियों ने लात घूसों से पिटाई की.

हिंदू युवा वाहिनी ( Hindu Yuva Wahini) का गठन आदित्यनाथ ने कई साल पहले की थी. इस संगठन पर हिंसा भड़काने के आरोप समय समय पर लगते रहे हैं.

टेलिग्राफ न्यूज वेबसाइट की खबर के अनुसार सिद्धार्थनगर के डोमरियागंज के विडियो में देखा जा सकता है कि कोई आधा दर्जन लोग अमीन फारूकी नामक पत्रकार पर बेरहमी से हमला कर रहे हैं. जबिक वहां मौजूद पुलिस वाले इस दृश्य को चुपचाप देख रहे हैं.

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अमीन फारूकी के बारे में बताया गया है कि वह एक टेलिविजन के लिए स्ट्रिंगर के रूप में पत्रकारिता करते हैं.

टेलिग्राफ के पत्रकार पियुष श्रीवास्तव ने अपनी खबर में स्थानीय लोगों के हवाले से बताया है कि हमलावरों ने भाजपा के स्थानीय विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह और सबडिविजनल मस्जिस्ट्रेट त्रिभूवन प्रसाद के इशारे पर हमला किया. इन दोनों से अमीन फारूकी ने सवाल पूछे थे.

इस घटना के बारे में एक अन्य पत्रकार ने अपना नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि घटना के बाद स्थानीय पुलिस फारूकी के घर गयी और उन्हें उठा कर डुमरियागंज थाने ले आयी. वहां उन्हें घंटों फर्श पर तीन घंटे तक बिठाये रखा गया. उन्हें थाने से जाने से पहले एक कुबूलनामे पर दस्तख्त कराया गया जिसमें लिखा था कि उनकी स्थानीय पत्रकारों के साथ मारपीट हुई थी.

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भाजपा के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह हिंदू युवा वाहिनी के राज्य संयोजक भी हैं. हिंदू युवा वाहिनी पर हिंसा दंगा जैसे दर्जनों केस दर्ज हैं. हालांकि मुख्यमंत्री आदित्य नाथ पद संभालने के बाद खुद को इस संगठन से अलग कर लिया था.

अमीन फारूकी ने एक कार्यक्रम केे दौरान स्थानीय विधायक और अधिकारी से पूछा था कि कोरोना महामारी से लोग मर रहे हैं , वैक्सीन और दवाओं की भारी कमी है सरकार की व्यवस्था काफी कम क्यों हैं.

इसी दौरान भगवा कुर्ता पहने एक व्यक्ति ने अमीन फारूकी के गिरेबान को पकड़ कर खीचा और उन्हें वहां से दूर ले गये. और फिर उनकी जम कर पिटाई की गयी.

स्थानीय पत्रकारों ने बताया कि अमीन को खीच कर ले जाने वाले व्यक्ति का नाम लवकुश ओझा है और वह भारतीय जनता पार्टी का स्थानीय नेता है और स्थानीय विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह का काफी करीबी है. एक पत्रकार ने बताया कि मारपीट करने के बाद वह एसडीएम के साथ वहां से चला गया.

इस बारे में जब स्थानीय विधायक से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उस दौरान वह कार्यक्रम में व्यस्त थे लेकिन उन्होंने देखा कि कुछ लोग मरपीट कर रहे हैं.

By Editor