जुबैर की गिरफ्तारी पर जर्मन विदेश मंत्रालय की तल्ख टिप्पणी

जुबैर की गिरफ्तारी पर जर्मन विदेश मंत्रालय की तल्ख टिप्पणी

ऑल्ट न्यूज के मो. जुबैर की गिरफ्तारी पर जर्मन विदेश मंत्रालय ने न सिर्फ चिंता जताई, बल्कि यह भी कहा कि इस मुद्दे पर वह EU के संपर्क में भी है।

ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक और पत्रकार मो. जुबैर की गिरफ्तारी पर जर्मनी पहला देश बन गया है, जिसने चिंता जताई है। इससे पहले कई अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने सवाल उठाए थे, पर देश के तौर पर जर्मनी ने विरोध जताया है। जर्मन विदेश मंत्रालय ने अपने वक्तव्य का वीडियो भी जारी किया है। उसने कहा कि भारत खुद को दुनिया सबसे बड़ा लोकतंत्र कहता है, तो उससे उम्मीद की जाती है कि वह प्रेस पर अंकुश नहीं लगाएगा। जर्मन विदेश मंत्रालय ने कहा कि किसी ट्वीट या कलम चलाने के कारण किसी पत्रकार को जेल में बंद नहीं किया जाना चाहिए।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने हिंदी में ट्वीट करके कहा- कितनी शर्मिंदगी का विषय है – हमारा देश, सबसे बड़ा लोकतंत्र आज पत्रकारों पर, जिन्हें उसे पोसना चाहिए, उनपर हमला कर रहा है और जर्मन विदेश मंत्रालय, यूरोपीय यूनियन का हवाला देते हुए मो. ज़ुबैर की गिरफ़्तारी की निंदा कर रहा है, चिंता का विषय बता रहा है।

पत्रकार साक्षी जोशी ने कहा-हिटलर को इतिहास में जन्म देने वाला जर्मनी तक अब हमें लोकतंत्र पर तंज कसने लगा। क्योंकि कुछ दिन पहले यहीं पर G7 समिट में नरेंद्र मोदी ने इमरजेंसी को काले दिन कहकर लोकतांत्रिक मूल्यों की वकालत की थी और यहाँ #Zubair की गिरफ़्तारी पर जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने ये कह दिया

जर्मन विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस खास मामले पर उसकी नजर है। द वायर लिखता है कि जर्मनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस मुद्दे पर वह ईयू के सदस्य देशों के साथ संपर्क में है। इसका अर्थ है कि कोई अन्य यूरोपीय देश भी जुबैर की गिरफ्तारी के खिलाफ टिप्पणी कर सकता है। इससे पहले कई अरब देशों ने भारतीय राजदूतों से पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ नफरती टिप्पणी को लेकर सवाल किया था।

लालू के लिए दवा के साथ अब दुआ पर जोर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*