मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि वर्षा की वर्तमान स्थिति को देखते हुए मुजफ्फरपुर, वैशाली, सारण, पटना एवं नालंदा जिले की विशेष निगरानी रखने की आवश्यकता है लेकिन अभी बिहार को सूखाग्रस्त घोषित करने का कोई आधार नहीं है और इसका आकलन 10 और 11 अगस्त के बाद किया जाएगा।
श्री कुमार की अध्यक्षता में यहां उनके सरकारी आवास एक अणे मार्ग स्थित ‘नेक संवाद’ में बाढ़-सुखाड़ की समीक्षा बैठक में बताया गया कि मौसम विभाग से जानकारी मिली है कि छह-सात अगस्त से बिहार में अच्छी बारिश होने की संभावना है। वर्तमान में सूखे की स्थिति कहीं नहीं है सिर्फ पांच जिले मुजफ्फरपुर, वैशाली, सारण, पटना एवं नालंदा में विशेष निगरानी रखने की आवश्यकता है । इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 और 11 अगस्त के आसपास दोबारा समीक्षा बैठक कर स्थिति का आकलन किया जाएगा।
समीक्षा बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने संवाददाता सम्मलेन कर बताया कि 22 जुलाई तक बिहार में सामान्य से 48 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी लेकिन पिछले एक सप्ताह में अच्छी बारिश होने के कारण वर्तमान में सामान्य से 23 प्रतिशत कम वर्षापात दर्ज की गयी है, वहीं अब तक धान का आच्छादन 50 प्रतिशत के करीब पूरे बिहार में हो सका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री फसल सहायता योजना के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाकर 30 अगस्त कर दी गयी है।