ये हैं टापर घोटाले के मुख्य आरोपी लालकेश्वर व ऊषा के बेटे राहुल राज, शराब बंदी लागू होने के बाद 20 अप्रैल को दारू की बोतल मुंह में लगाये फेसबुक पोस्ट डाल कर सरकार को चुनौती दी और लिखा ‘नो एफआईआर..नो अरेस्ट, नो टॉक फैसला ऑन द स्पॉट।’
विनायक विजेता
सोशल साइट ‘फेसबुक’ के अपने वॉल पर यह पंक्ति लिखी है बिहार के टापॅर घोटाले के मुख्य आरोपित व बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह व उनकी पत्नी उषा सिन्हा के छोटे बेटे राहुल राज ने।
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में प्रमाणीकरण अधिकारी के पद पर तैनात है जिस बैंक में लालकेश्वर ने अध्यक्ष रहते हुए बोर्ड के 54 करोड़ रुपये बिना किसी औपचारिकता पूरी किए जमा कराए।
शराबबंदी कानून को बताया धता
बिहार सरकार ने 4 अप्रैल से पूरे राज्य में शराबबंदी लागू कर दी और घरों में भी शराब रखने और पीने पर कठोर दंड के कानून लागू कर दिए पर 20 अप्रैल को राहुल राज एक महंगी शराब की बोतल को अपने मुंह से लगाए अपने फेसबुक पर यह लिखते हुए कि ‘नो एफआईआर..नो अरेस्ट, नो टॉक फैसला ऑन द स्पॉट।’ बिहार सरकार और और उत्पाद विभाग को चुनौती दे डाली। वॉल पर डाली एक दूसरी तस्वीर में राहुल राज सिगरेट पीता दिख रहा है। पर राहुल राज को क्या पता था कि वह खुद तो नहीं पर जिस दिन उसने यह पोस्ट डाला उसके ठीक दो माह बाद यानी 20 जून को उसके पापा और मम्मी गंभीर आरोप में गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
बेटे के बैंक में लालकेश्वर ने डाले 54 करोड़
टॉपर घोटाले में पुलिस लालकेश्वर के दामाद और एमयू के पूर्व कुलपति अरुण कुमार के बेटे विवेक रंजन और राहुल राज के साले विकास चंद्र उर्फ डब्ल्यू की भी खोज कर रही है। विकास चंद्रा जहां लालकेश्वर का पीए था वहीं दामाद विवेक रंजन दानापुर रेल मंडल में इंजीनियर। एसआईटी इन दोनों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
एसआईटी के एक अधिकारी के अनुसार इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद कई और चौकाने वाले राज खुल सकते हैं। लालकेश्वर के दो पुत्रों में बड़ा पुत्र प्रकाश सिंह लंदन (यूके) स्थित पंजाब नेशलल बैंक में सीनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। एसआईटी इस बात की भी जांच कर रही है कि अपने बड़े बेटे प्रकाश सिंह के माध्यम से लालकेश्वर और उषा सिन्हा ने कहीं विदेशों में भी तो रुपयों का निवेश या विदेशी बैंको में पैसा जमा तो नहीं किया।