आंकड़े बताते हैं कि 1999, 2004 और 2009 लोकसभा चुनाव में कराये गये एक्जिट पोल के रिजल्ट शर्मनाक रूप से फ्लॉप साबित हुए हैं और दिलचस्प यह है कि इन तमाम सर्वे में भाजपा को मजबूत दिखाया गया था.
2014 लोकसभा चुनाव समाप्त हो चुके हैं और तमाम टीवी चैनलों पर एक्जिट पोल सर्वे रिजल्ट की धूम मची है और तमाम सर्वे में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन को बहुमत के आंकड़े तक पहुंचते दिखाया गया है. ऐसे में यह जानना दिलचस्प होगा कि इन चुनावी सर्वे का इतिहास कितना सच या कितना झूठ का पुलिंदा साबित हुआ है.
मालूम हो कि 2014 लोकसभा चुनाव के बाद कराये गये एक्जिट पोल सर्वे में एनडीटीवी, न्यूज24, जी टीवी, इंडिया टीवी समेत अनेक न्यूज चैनलों ने विभिन्न एजेंसियों के साथ मिल कर एक्जिट पोल कराया है इनमें तमाम सर्वे में भाजपा गठबंधन को 249 से 340 सीट मिलती दिखाया गया है. जबकि कांग्रेस गठबंधन को चुनावी इतिहास में सबसे कम 70-130 सीट पर समेट दिया गया है. ऐसे में आइए देखते हैं पिछले 3 लोकसभा चुनावों में एक्जिट पोल ने कितना शर्मनाक प्रदर्शन किया है.
1999 के एक्जिट पोल
इस साल के पांच प्रमुख एग्जिट पोल्स कराये गये जिसमें भारतीय जनता पार्टी को जितनी सीटें मिलती दिखायीं गयी उससे काफी कम सीटें उसे मिलीं.
इंडिया टुडे और इनसाइट ने बीजेपी गठबंधन को 334, कांग्रेस गठबंधन को 139 सीटें दी थी. इसी तरह टाइम्स पोल और डीआरएस के सर्वे में बीजेपी गठबंधन को 332, कांग्रेस गठबंधन को 138 सीटें मिली. इसी तरह दूसरी एजेंसियों के सर्वे भी कमोबेश ऐसे ही रहे लेकिन जब रिजल्ट आया तो भारतीय जनता पार्टी गठबंधन को को 296 सीटें, कांग्रेस को 134 सीटें मिलीं. यानी एक्जिट पोल के अनुमान से 38 सीटें भाजपा गठबंधन को कम मिलीं.
2004 के एक्जिट पोल
2004 का एक्जिट पोल तो अब तक के सबसे ज्यादा शर्मनाक साबित हुआ. इस साल कराये गये तमाम सर्वे में जितनी सीटें भाजपा को दिखायी गयी उससे उसे लगभग 100 सीटें असल नतीजे में कम मिली. जबकि कांग्रे पार्टी कांग्रेस को जितनी सीटें मिलने की संभावनाएं जताई गईं, उससे कहीं बेहतर परिणाम उसके पक्ष में आए.
इस साल बीजेपी गठबंधन को 284 सीटें और कांग्रेस गठबंधन को 164 सीटें मिलती दिखायी गयीं. इसी तरह एनडीटीवी और इंडियन एक्सप्रेस के सर्वे में बीजेपी गठबंधन को उस साल एग्जिट पोल में सबसे कम 240 सीटें, कांग्रेस गठबंधन को 197 सीटें दी गयीं पर जब रिजल्ट आया तो बीजेपी के पांव के नीचे से जमीन खिसक गई बीजेपी गठबंधन को महज 189 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस गठबंधन को जबर्दस्त सफलता मिली और उसे 222 सीटें हासिल हुईं.
2009 के एक्जिट पोल
इस साल भी तमाम एग्जिट पोल में कांग्रेस गठबंधन के लिए खतरे की घंटी बजा दी गयी पर जब रिजल्ट आया तो कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया.
2009 में न्यूज एक्स के एग्जिट पोल में बीजेपी गठबंधन को सबसे ज्यादा 199 सीटें मिलती दिखायी गयी थीं, जबकि कांग्रेस गठबंधन को 191 सीट मिलती दिखायी गयी थी. इसी प्रकार एनडीटीवी के एग्जिट पोल में बीजेपी गठबंधन को सबसे कम 177 सीटें दी गई थीं। इसमें कांग्रेस गठबंधन को 216 सीटें और अन्य को 150 सीटें दी गईं. लेकिन जब रिजल्ट आया तो इस साल बीजेपी गठबंधन को 159 सीटें, कांग्रेस गठबंधन को 262 सीटें जबकि अन्य को 79 सीटें मिलीं थी