लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्विट बम से पीएम मोदी और शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी पर हमला करके कोहराम मचा दिया है. लालू ने एक के बाद एक पांच ट्विट कर कहा है कि आरएसएस के इशारे पर स्मृति ईरानी ने केंद्रीय विश्वविद्यालयों से ओबीसी (पिछड़ा) कोटे के एसोसियेट प्रोफेसर व प्रोफेसर के पदों पर आरक्षण खत्म कर दिया है.
लालू ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा है कि देश का 60 फीसदी से ज्यादा OBC वर्ग RSS/BJP का अन्याय नहीं सहेगा. लालू ने कहा पिछड़ा वर्ग के लोग इनकी ईंट से ईंट बजा देंगे. इतना ही नहीं लालू प्रसाद ने नरेंद्र मोदी के पिछड़ी जाति के होने के दावे को भी ललकाराते हुए पूछा है कि कहाँ है छाती ठोकने वाला OBC प्रधानमंत्री?
लालू ने अपने ट्विट में यह भी कहा है कि ये शातिराना तरीके से आरक्षण खत्म करना चाहते है. हमारा हक छीन कर किसे देना चाहते है? गुजरात/राजस्थान में इन्होने क्या किया कौन नहीं जानता?
लालू ने यह भी कहा है कि विडम्बना व त्रासदी देखिए सामाजिक न्याय विरोधी यह काम पिछड़ा माँ का बेटा होने का दावा करने वाले ओबीसी प्रधानमंत्री के शासनकाल में हो रहा है.
लालू प्रसाद इस मुद्दे पर कितने गंभीर हैं इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने ने आरक्षण समाप्त करने के फैसले का पहले तो सुबह ट्विट कर विरोध किया फिर मंगलवार को शाम को बजाब्ता प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की. प्रेस कांफ्रेंस में भी लालू ने इन्हीं बातों को दोहराया और केंद्र सरकार से कहा कि वह इस फैसले को वापस ले वरना देश भर में आंदोलन चलेगा. और अगर इसके लिए हालात बिगड़े तो इसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी.