बिहार की राजनीति मंगलवार को एक बार फिर उस समय गरमा गई, जब एनडीए के घटक दल और केंद्र सरकार में मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा द्वारा शिक्षा में सुधार को लेकर आयोजित मानव श्रृंखला को राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, शिवानंद तिवारी और साधु यादव का साथ मिला. वहीं, कुशवाहा के इस कार्यक्रम में एनडीए के दूसरे घटक दल साथ नहीं आये.
नौकरशाही डेस्क
पटना में आयोजित इस मानव श्रृंखला के आयोजन को लेकर बिहार में राजनीति तेज हो गई है. पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस श्रृंखला का जिक्र करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट लिखा – ‘बिहार की बेबस एवं बदहाल शिक्षा व्यवस्था के विरुद्ध केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री श्री उपेन्द्र कुशवाहा जी द्वारा आहुत ‘मानव क़तार’ में राजद के प्रदेश अध्यक्ष श्री रामचंद्र पूर्वे, उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी और तनवीर हसन जी सम्मिलित है।‘ वहीं, जदयूप्रवक्ता अजय आलोक ने इस पर विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि कसाई और बकरी की दोस्ती नहीं हो सकती. उन्होंने राजद की तुलना कसाई और उपेन्द्र कुशवाहा की तुलना बकरी से की है.
हालांकि पूर्व निर्धारित इस मानव श्रृंखला के लिए उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए के घटक दलों समेत सभी विपक्षी पार्टियों से शामिल होने की अपील करते हुए कहा था कि बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ आयोजित श्रृंखला में उनकी पार्टी और पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए थे. इसलिए इस श्रृंखला में भी एनडीए के घटक दलों के कार्यकर्ताओं को भाग लेना चाहिए.