इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाइक के खिलाफ मीडिया के एक वर्ग का दुष्प्रचार औंधे मुंह गिर गया है. लोकसभा में सरकार ने कुबूल किया है कि आतंकी संगठनों से नाइक का कोई संबंध नहीं है.
केंद्र सरकार के गृहराज्य मंत्री हंसराज अहिरर ने लोकसभा में बुधवार को एक लिखित बयान में कहा है कि ‘उनके या उनके संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन और आतंकवादियों के बीच कोई भी लिंक नहीं पाया गया है और उनके ख़िलाफ़ कोई भी सुबूत नहीं है’.
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गौरतलब है कि बांग्लादेश में हुए आतंकी विस्फोट के बाद भारतीय मीडिया के एक वर्ग ने जाकिर नाइक से आतंकियों के प्रेरित होने को आधार बना कर सघन दुष्प्रचार शुरू कर दिया था. इतना ही नहीं बड़े पैमाने पर जाकिर नाइक के खिलाफ सुनियोजित तरीके से खबरें परोसी गयीं और उन्हें विलेन घोषित करने की खूब कोशिश की गयी.
जाकिर ने ठोका अणर्ब गोस्वामी के खिलाफ 500 करोड़ का मानहानि नोटिस
नाइक ने मीडिया के इस रवैये को अपने खिलाफ ‘मीडिया ट्रायल’ बताया. इतना ही नहीं जाकिर नाइक ने इस दुष्प्रचार को हवा देने वाले न्यूज चैनलों में से एक टाइम्स नाऊ के एडिटर अर्णब गोस्वामी समेत अनेक पत्रकारों पर 500 करोड़ रुपये की मानहानि को नोटिस दिया है. इस नोटिस में नाइक के वकील ने कह है कि मीडिया के इस ट्रायल के कारण उसके मुअक्किल की छवि धुमिल हुई है.
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