सत्ताधारी महा गठबंधन के कांग्रेसी विधायक डाक्टर मोहम्मद जावेद ने बिहार सरकार द्वारा अल्पसंख्यक कल्याण के लिए मात्र 290 करोड़ आवंटित किये जाने पर चिंता जताई है.
विधान सभा में बहस में हिस्सा लेते हुए जावेद ने सरकार से अपील की कि बिहार में 17 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है ऐसे में इतनी छोटी रकम से अल्पसंख्यकों का भला नहीं होने वाला. उन्होंने मांग की कि अल्पसंख्यक कल्याण का बजट एक हजार करोड़ किया जाना चाहिए.
डाक्टर जावेद ने कहा कि अनुसूचित जातियों के कल्याण की राशि भी बढ़ाई जानी चाहिए. जावेद ने मदरसा शिक्षकों के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि मदरसा शिक्षकों का वेतन सामान्य शिक्षकों के बराबर किया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि मदरसा शिक्षकों का वेतन सामान्य स्कूलों के समतुल्य पदों के शिक्षकों से आधा से भी कम है.
जावेद ने सरकार को सुझाव दिया कि वक्फ सम्पतियों और जायदाद पर नाजायज कब्जे खत्म कराने की दिशा में सरकार को मजबूती से कदम उठाना चाहिए. जावेद ने सरकार को यह भी सुझाव दिया कि राज्य भर में मुख्य शहरों में अरबों रुपये के भूखंड पड़े हैं. इन भूखंडों पर मार्केट कम्पलेक्स विकसित करके हजारों वंचितों के लिए रोजगार के अवसर मुहैया कराये जा सकते हैं.