पटना की गंगा नदी के किनारे 14 जनवरी को हुई भीषण नाव दुर्घटना की रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने सोनपुर के एसडीओ व एसडीपीओ को सस्पेंड कर दिया है जबकि पर्यटन विभाग की सचिव हरजोत कौर का तबादला कर दिया गया है. लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने आला अफसरों को मात्र तबादला करने पर सवाल उठाया है.
इस दुर्घटना में 24 लोग डूबने से जान गंवा बैठे थे. इस घटना के बाद राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और पटना के डीआईजी शालीन को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी. इस रिपोर्ट के अधार पर सोनपुर के एसडीओ मदन कुमार व सोनपुर के ही एसडीपीओ अली अंसारी को सस्पेंड कर दिया गया है. जबकि पर्यटन सचिव हरजोत कौर और पटना के एडीएम राजेश कुमार का भी तबादला करके सामान्य प्रशासन में लाया गया है.
इस कार्रवाई पर सामाजिक कार्यकर्ता संजय वर्मा ने फेसबुक पर लिखा कि उस भीषण नाव दुर्घटना में जिस तरह से लोग मरे उससे साफ हो गया था कि इस में भारी लापरवाही बरती गयी. उन्होंने सवाल उठाया कि तबादला कर देने मात्र से क्या उन्हें सजा मिल गयी?
14 जनवरी को पर्यटन विभाग ने गंगा की रेत पर पतंग उस्तव का आयोजन किया था. इस आयोजन में काफी भीड़ जमा हुई थी लेकिन गंगा दियारा से लौटने के लिए नावों की कमी थी जबकि शाम होने और ठंड के कारण नाव में क्षमता से ज्यादा सवार हो गये थे. घाट के करीब पहुंचते ही नाव डूबने लगी और 24 लोगों की जान चली गयी.