पिछले दिनों यूपीएससी के घोषित परिणाम में एक ऐसा इतिहास रचा गया जिसका इंतजार दशकों से था. गुंचा सनोबर बिहार की पहली मुस्लिम महिला आईपीएस बनने जा रही हैं.
नौकरशाही डेस्क
सनोबर को यूपीएससी के सिविल सर्विसेज परीक्षा में 424 वां रैंक मिला है और इस तरह वह बिहार की पहली मुस्लिम आईपीएस होने का गौरव प्राप्त करने वाली हैं.
हालांकि इससे पहले बिहार की ही सहला निगार 2010 में आईएएस बन चुकी हैं.
2014 के सिविल सेवा परीक्षा में देश भर से कुल 37 छात्र सफल रहे हैं इनमें बिहार की गुंचा सनोबर के अलावा नबील अहमद रैंक 262 और मुदस्सर शरीफ रैंक 420 भी इस परीक्षा में कामयाब रहे हैं.
पिता आईपीएस, बहनें डॉक्टर
गुंचा सनोबर पटना के तेज तर्रार सिटी एसपी रह अनवर हुसैन की बेटी हैं. सनोबर तीन बहनों में मझली हैं. जेबा परवीन और खुशबू यासमीन मेडिकल की पढाई कर रही हैं.
सनोबर की शानदार सफलता पर पिता अनवर हुसैन ने कहा कि रमजान और ईद का इससे बड़ा तोहफा और क्या हो सकता है.
अनवर मानते हैं कि सनोबर की सफलता मुस्लिम समाज की महिलाओं के लिए एक प्रेरणा साबित हो सकती है.
गौरतलब है कि मुसलमानों में शिक्षा की दर समाज के अन्य वर्गों की अपेक्षा कम है, ऐसे में सनोबर की सफलता एक मिसाल है.अनवर हुसैन मूल रूप से पश्चिम चम्पारण के रहने वाले हैं.
सनोबर ने इल्कट्रानिक्स में इंजिनियरिंग किया है. उन्होंने यह सफलता दूसरी कोशिश में हासिल की.
सनोबर को बिहार कैडर मिलेगा या नहीं, फिलहाल यह कहना कठिन है लेकिन उनका कहना है कि अगर मौका मिले तो वह बिहार की सेवा जरूर करना चाहेंगी.
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