बौद्ध धार्मिक गुरु दलाई लामा ने भारत को गुरू समान बताते हुए देश के लोगों से भारतीय इतिहास और दर्शन से सीख लेने की अपील की है। निजी विमान से पटना पहुंचे श्री दलाई लामा ने राजधानी के बुद्ध स्मृति पार्क के पाटलिपुत्र करूणा स्तूप में जाकर पूजा अर्चना की। बौद्ध भिक्षुओं ने इस अवसर पर सूत्रपाठ कर विश्व शांति, आपसी भाईचारा, प्रेम, सद्भाव के रिश्तों को मजबूत करने के लिये ईश्वर से प्रार्थना की। इसके बाद उन्होंने पवित्र आनंद बोधि वृक्ष का वृक्षारोपण किया।
इस मौके पर श्री दलाई लामा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दो हजार साल पूर्व भगवान बुद्ध द्वारा दिया गया संदेश आज भी जीवंत है। भगवान बुद्ध ने अहिंसा, महाकरुणा का संदेश दिया था। भगवान बुद्ध का एक अनुयायी होने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर काफी अच्छा लगा। बहुत सालों से हम अच्छे एवं नजदीकी मित्र हैं।
बौद्ध धर्म गुरु ने कहा कि अलग- अलग देशों में रहने वाले बौद्ध धर्मावलंबियों के बीच आपसी प्रेम का रिश्ता रहना चाहिये। भारत एक गुरू के समान है। हमारा सारा ज्ञान भारत से आता है। हम उसके शिष्य है,। भारत से संबंध गुरू-शिष्य के समान है । मैं भारत के लोगों से अपील करता हॅूं कि वे अपने इतिहास एवं दर्शन से सीखें। वर्तमान दौर के वैज्ञानिक भी भारत के प्राचीन ज्ञान एवं दर्शन से सीख ले रहे हैं। इससे पहले धर्मगुरु श्री दलाई लामा निजी विमान से पटना हवाई अड्डा पहुंचे। हवाई अड्डा पर मुख्यमंत्री ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट कर बिहार की धरती पर उनका स्वागत किया।