जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद पप्पू यादव के काफिले पर मुजफ्फरपुर में उस समय असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया, जब वे पार्टी द्वारा आयोजित नारी बचाओ पदयात्रा में शामिल होने मधुबनी के बासोपट्टी जा रहे थे. इसी क्रम में जैसे ही उनका काफिला मुजफ्फरपुर के खबरा पहुंचा, उनके काफिले पर अपराधियों ने ताबडतोड़ हमला कर दिया. इस दौरान गाडियों के शीशे तोड़े गए और उनके कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई हुई.
नौकरशाही डेस्क
बाद में पप्पू यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे काफिले पर हमला करने वाले भारत बंद करने वाले सवर्ण गुंडे थे. जिन्होंने पीछे से वार किया और जमकर गुंडई की. उस समय अगर मेरे गार्ड न होते तो हमलावर मेरी जान ले लेते. सांसद पप्पू यादव ने इसको लेकर बिहार में सुशासन के दावे पर भी सवाल उठाया और कहा कि जब एक सांसद ही सुरक्षित नहीं है बिहार में तो आम लोगों की सुरक्षा की क्या गाइरंटी है. घटना के बाबत पप्पू यादव ने जोनल आई जी से भी बात की और घटना की पूरी जानकारी दी. बाद में मीडिया से बात करते रो भी पडे.
हमलावर कौन थे, ये अभी साफ नहीं हो पाया है. मगर इस मामले के तार मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में जेल में बंद मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर के समर्थकों से भी जुडता दिख रहा है. क्योंकि बीते दिनों जब मुजफ्फरपुर कोर्ट में पेशी के दौरान पप्पू यादव की पार्टी कार्यकर्ता ने ब्रजेश ठाकुर के चेहरे पर कालिख पोती थी. तब उनके समर्थकों ने पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसकी सूचना खुद पप्पू यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी थी.