शुक्रवार की सुबह बिहार में राजनीतिक हलचल के रूप में सामने आया जब सीबीआई की टीम लालू परिवार के आवास पर आ धमकी. खबरों में बताया गया है कि एक साथ लालू परिवार से संबंधित 12 घरों व फर्मों पर रेड डाला जा रहा है. इस घटना को राजद ने जहां लोकतंत्र का काला दिन बताया है वहीं राजगीर में स्वास्थ्यलाभ कर रहे नीतीश कुमार ने सीनियर अधिकारियों की मीटिंग तलब कर ली है.
खबरों में बताया गया है कि इस दौरान सीबीआई ने कुछ केस भी दर्ज किया है.
सीबीआई द्वारा यह छापेमारी ऐसे समय में हो रही है जब दो दिन पहले ही लालू ने अपने समर्थकों से कहा था कि अगर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया तो राजद का हर कार्यर्कता लालू बन जायेगा. उन्होंने राजद कार्यकारिणी में यह भी कहा था कि 27 अगस्त को होने वाली प्रस्तावित रैली हर हाल में होगी चाहे वह जेल चले जायें.
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सुकर्लर आवास पर भी छापेमारी चल रही है। ये छापेमारी लालू के दिल्ली, पटना, रांची, पुरी और गुरुग्राम में 12 ठिकानों पर जमकर छापेमारी चल रही है। उधर इस घटना के बाद राजद के प्रवक्ता मनोज झा ने ट्विट क र कहा है कि उनका दल इससे डरने वाला नहीं है और डट कर मुकाबला करेगा. उन्होंने इस लोकतंत्र का काला दिन बताया.
उधर प्रेस को जानकारी देने के लिए सीबीआई के अधिकारी प्रेस कांफ्रेंस करने वलाे हैं.
क्यों छापेमारी
सीबीआई ने 2006 में रेलमंत्री रहे लालू प्रसाद यादव, पत्नी राबड़ी देवी, उनके बेटों के साथ आइआरसीटीसी के अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जबकि लालू प्रसाद ने पिछले दिनों ही कह दिया था कि उन्हें जेल जाना पड़ सकता है. उन्होंने कहा था कि भाजपा सिर्फ लालू प्रसाद से डरती है क्योंकि हम उसे इस देश से भगाना चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि वह ममता बनर्जी, राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल के भी पीछे पड़ी है.