साम्प्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता के प्रति नयी पीढ़ी की संवेदनशीलता और समझ ऐसी दिखी कि समाज के बुजुर्ग भी हैरत में थे. अवसर था नौकरशाही डॉट कॉम द्वारा आयोजित कार्यक्रम का जिसमें ‘साम्प्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता’ पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
साम्प्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता के प्रति नयी पीढ़ी की संवेदनशीलता और समझ ऐसी दिखी कि समाज के बुजुर्ग भी हैरत में थे. अवसर था नौकरशाही डॉट कॉम द्वारा आयजित कार्यक्रम का जिसमें ‘साम्प्रदायिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता’ पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम में पटना का अलहिरा पब्लिक स्कूल के छात्रों ने अपने विचार रखे. स्कूल के 110 छात्रों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उनमें से दस बच्चों को उनके प्रभावशाली भाषण के लिए सम्मानित किया गया.
पटना के जमायत इस्लामी के मुख्यालय हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जमायत इस्लामी के पटना हलका के अमीर रिजवान इस्लाही ने कहा कि भारत जैसी विविधता दुनिया के किसी और देश में नहीं है. हमारी विविधता ही हमारी पहचान है और हमारी इसी पहचान ने हमारे मुल्क को एक धागे में पिरो कर रखा है.
छात्रों ने जो कहा
ये बच्चे मानते हैं कि जब तक भाईचारा नहीं होगी तब तक समाज और देश की समस्याओं से निजात नहीं मिलने वाली. इनकी समझ है कि मजहब मुहब्बत सिखाता है पर कुछ लोग जो नफरत फैलाते हैं, वह हमारी एकता को कमजोर नहीं कर सकते. इन बच्चों को भरोसा है कि ये साम्प्रदायिक सद्भावना के अम्बेस्डर हैं और देश की तरक्की के लिए सबकुछ करने को तैयार हैं. इन बच्चों के सपने बड़े हैं और ये मानते हैं कि बड़े सपने तभी पूरे होंगे जब समाज में शांति होगी.
इस अवसर पर उर्दू अखबार पिंदार के समाचार सम्पादक रैहान गनी ने बच्चों में देशप्रेम की भावना और देश के नाम को रौशन करने के जज्बे से काफी प्रभावित हुए और कहा कि हमारा देश अलग-अलग मजहब, भाषा, नस्ल का मिला-जुला गुलदश्ता है. इस गुलदश्ते के तमाम फूल मिल कर इसे खूबसरूत बनाते हैं. उन्होंने कहा नौकरशाही डॉट कॉम की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन लगातार किया जाना चाहिए.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार रजा हाशमी ने कहा कि आम तौर पर राष्ट्रीय एकत और साम्प्रदायिक सौहार्द जैसे विषय पर हम बुजुर्गों से सुनते हैं लेकिन इस कार्यक्रम में बच्चों की इस विषय पर गंभीर सोच प्रभावित करने वाले हैं जो भविष्य के लिए शुभ संकेत हैं.
[divider]
पढ़ें- सौहार्द व भाईचारे के लिए जरूरी है इंटरफेथ डॉयलाग
[divider]
इससे पहले इंजीनियरिंग की फ्री कोचिंग कराने वाले संस्थान ‘रहमान्स 30’ के फाउंडर डायरेक्टर ओबैदुर रहमान ने बच्चों के लिए मोटिवेशनल लेक्चर दिया. उन्होंने बताया कि सफलता के लिए समर्पण और कड़ी मेहनत अहम सूत्र है.
इस कार्यक्रम में एकेडमिशियन राशिद नैयर ने अपने विचार रखे और कुरआन के हवाले से राष्ट्रीय एकता की व्याख्या करते हुए बताया कि साम्प्रदायिक सौहार्द और आपसी भाईचारा अगर समाज में कायम रहे तो हमारा देश तरक्की की बुलंदियों तक पहुंच सकता है.
छात्रों के भाषण को तीन वरिष्ठ पत्रकारों की टीम ने इवैलुएट किया. पिंदार के समचारा सम्पादक रैहान गनी, नौकरशाही डॉट कॉम के कंसल्टिंग एडिटर फैसल सुलतान और दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार अहमद रजा हाशमी शामिल थे. इस टीम ने सर्वसम्मत राय से ग्यारह सफलतम छात्रों का चयन किया जिन्हें सम्मानित किया गया. सम्मान पाने वालों में वालिया नजीर, शान मुज्तबा, निखिल कुमार, अफसा शमशीर, हारिश खान, गुंचा सैफी, साजिद अशरफ, अशफीना अनवर, आमिर हमजा, मरियम अब्दुल्लाह, अनवर सुलतान और अदीम उमर के नाम शामिल हैं.
कार्यक्रम का संचालन नौकरशाही डॉट कॉम के सम्पादक इर्शादुल हक ने किया जबकि इसकी अध्यक्षता जमायत इस्लामी के पटना क्षेत्र के अमीर रिजवान इस्लाही ने की. इस अवसर पर अलहिरा पबल्कि स्कूल के डायरेक्टर नजीर अहमद समेत अनेक गण्यमान्य लोग मौजूद थे.