शहाबुद्दीन प्रकरण पर हिना शहाब ने अब तक का सबसे बड़ा बयान देते हुए कहा है कि नीतीश कुमार ने 2005 में उनकी 7 दिन की सरकार गिराने का बदला शहाबुद्दीन से लिया है. उन्होंने कहा कि 2005 में सात दिन उवाली सरकार जब बनी थी तो पूर्व सांसद शहाबुद्दीन ने राजद को समर्थन दिया था। हाईकोर्ट से मिली जमानत को सुप्रीम कोर्ट से रद्द करवा कर उन्होंने बदला ले लिया।
लाइव हिंदुस्तान के अनुसार हिना शहाब ने कहा कि पूर्व सांसद के आने पर नीतीश कुमार को लगा कि बिहार में भय का माहौल कायम हो गया है. उनके चले जाने पर उन्हें क्या लगता है कि बिहार में अमन व शांति का माहौल कायम हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि डीएम व एसपी राज्य सरकार को गलत रिपोर्ट भेज कर मेरे पति को बदनाम करते थे. कहा कि रिपोर्ट में विधि व्यवस्था खराब होने की खबर भेजते थे। कानून व्यवस्था खराब रहती तो लाखों की तादाद में लोग सीवान नहीं पहुंचते। क्या यहां आने वाले सभी लोग भयभीत थे या उन्हें नेवता दिया गया था। अन्याय के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी, समर्थकों पर पूरा भरोसा है और रहेगा। जबतक इंसाफ नहीं मिल जाता तबतक लड़ाई लड़ती रहूंगी।
उन्होंने कहा कि सांसद ओमप्रकाश यादव की बयानबाजी शहाबुद्दीन से शुरू होती है और उन्हीं से खत्म होती है। शहाबुद्दीन के नाम पर अपनी राजनीति कबतक सेंकते रहेंगे। जनता विकास की बाट जो रही है, लोगों का ध्यान विकास से भटका कर शहाबुद्दीन की तरफ करने का ड्रामा कबतक चलता रहेगा