जनता दल राष्ट्रवलादी के राष्ट्रीय संयोजक अशफाक रहमान का कहना है कि आज की परस्थितियां यहां के 25 करोड़ मुसलमानों के प्रतिकूल बना दी गयी हैं. कश्मीर में जहां निर्दोष नागरिकों को भी पैलेट गन का निशाना बना कर वादी को लाशों की ढ़ेर बनाई जा रही है वहीं दूसरी तरफ गौकशी के बहाने मुस्लिम महिलाओं की बेरहमी से पिटायी की जाती है.
मध्य प्रदेश के मंदसोर में दो मुस्लिम महिलाओं पर गोमांस रखने का झूठा आरोप लगा कर जिस बेरहमी से पिटाई की गयी वह सेक्युलर भारत के लिए शर्म की बात है. लेकिन इसके बावजूद गोरक्षा दल के आतंकवादियों के हौसले बुलंद होते जा रेह हैं.
रहमान ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि घटनाओं के खिलाफ पूरे देश को उठ खड़ा होना चाहिए लेकिन सिर्फ शोर शराबा करने से काम नहीं चलने वाला. अशफाक रहमान ने कहा कि दर असल ऐसी घटनायें इसलिए बढ़ती जा रही हैं क्योंकि अखलाक अहमद के हत्यारों को सजा मिल गयी होती तो ऐसी घटनायें न दोहराई जातीं.
रहमान ने कहा कि ऐसा लगता है कि देश के मुसलमान ऐसी घटनाओं के सामने सरेंडर कर चुके हैं. मुस्लिम नेतृत्व को समाज के बारे में सोचने समझने की चिंता तक नहीं है. वह कहते हैं जब कौमें डर और भय की शिकार हो जाती हैं तो दिमाग अपाहिज हो जाता है.
रहमान मुस्लिम लीडरशिप को आड़े हाथों लेते हुए कहते हैं कि मुस्लिम नेता जमीरफरोश, सत्ता के लालची और बुजदिल हो चुके हैं.