उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नौ महत्वपूर्ण विभागों के प्रमुख सचिवों की बैठक कर उनसे विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली। योजनाओं की अपेक्षित प्रगति न होने पर कुछ अधिकरियों को फटकार लगायी। श्री यादव ने प्रमुख सचिवों से अलग-अलग जानकारी लेकर विकास योजनाओं को और गति देने के निर्देश दिये। हाल ही में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने विकास की गति धीमी होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री, कई मंत्रियों तथा अधिकारियों को इसके लिए कड़ी फटकार लगायी थी।
श्री यादव ने विभिन्न योजनाओं पर आवंटित धन के खर्च होने के बारे में खासतौर से जानकारी हासिल की। मुख्य सचिव आलोक रंजन ने बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि खास तौर पर विकास योजनाओं के बारे में मुख्यमंत्री ने जानकारी हासिल की और प्रमुख सचिवों को योजनाओं की समीक्षा पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि नगर विकास, उच्च शिक्षा, गृह, ग्राम्य विकास, कृषि, श्रम, सहकारिता, वन और उद्योग विभाग के प्रमुख सचिवों से अलग-अलग बात कर मुख्यमंत्री ने विकास योजनाओं को और गति देने के लिए कहा।
उन्होंने बताया कि नगर विकास के प्रमुख सचिव को कूडा प्रबन्धन को और दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया, जबकि गृह विभाग के प्रमुख सचिव को इलाहाबाद और गाजियाबाद में जल्द से जल्द आधुनिकतम कन्ट्रोल रुम तैयार करवाने के लिए कहा गया। उन्होंने बताया कि श्रम विभाग से लखनऊ के चारबाग में एक शेल्टर होम और क्लीन यूपी कार्यक्रम पर जोर देंने को कहा गया। क्लीन यूपी कार्यक्रम को आगरा. लखनऊ और नोएडा में खासतौर पर लागू करने का निर्देश दिये गये।