उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लापरवाही बरतने और पीड़ित को धमकाने के आरोप में दो जिलों के एसपी को स्सपेंड कर दिया है.
उन पर आरोप है कि कानून व्यवस्था के मामले में दोनों जिलों के एसपी ने लापरवाही बरती.
फिरोजाबाद जिले के एसपी राकेश कुमार सिंह पर आरोप है कि उन्होंने एक मामले की जांच में अनावश्यक देरी की. एनडीटीवी डॉट कॉम की खबरों के अनुसार समाजवादी पार्टी के एक नेता विनय यादव की हत्या की जांच में फिरोजाबाद के एसपी ने अनावश्यक देरी की. यादव की हत्या 7 महीने पहले कर दी गयी थी लेकिन उनके हत्यारों का पत अभी तक नहीं चल सका है.
सस्पेंड किये गये एक अन्य आईपीएस अधिकारी हैं लखीमपुर खीरी के एसपी एसके सिंह. एसके सिंह के ऊपर समाजवादी पार्टी के एक स्थानीय नेता की बेटी के अपहरण के मामले में अपहरणकर्ताओं का नाम न लेने का दबाव डालने का आरोप था. इस लड़की को अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया गया था लेकिन समाजवादी पार्टी के नेता का आरोप था कि एसपी ने उन्हें धमकाया कि मुख्य अपहर्ता का नाम एफआईआर में दर्ज न करायें.