कुछ अधिकारी इस मुगालते के शिकार होते हैं कि अधिकार का दुरूपयोग करने पर कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता. जहानाबाद के जेल अधीक्षक को भी यही बदगुमानी थी. पर मंगवार की इस घटना के बाद वह जेल जायेंगे
विनायक विजेता
हुआ यह कि जेल में यातना देने या फिर बक्सर या भागलपुर जेल में शिफ्ट करने की धमकी देकर एक कैदी की पत्नी से घूस लेना जहानाबाद जिला उपकारा के अधीक्षक अरविन्द कुमार मिश्र को काफी महंगा पड़ा। मंगलवार को पटना से गई निगरानी विभाग की टीम ने जहानाबाद में उक्त जेल अधीक्षक को पचास हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
एडीजी, निगरानी पी के ठाकुर ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुएबताया कि उक्त जेल अधीक्षक जहाबाद जेल में बंद जहानाबाद के सेंधवा गांव निवासी व विचाराधीन बंदी कुख्यात पप्पू शर्मा को जेल के ‘माले सेल’ या फिर बक्सर या भागलपुर स्थानांतरित करने की धमकी देकर उससे एक लाख रुपये घूस मांगे थे।
इतना ही नहीं जब पप्पू से मिलने उसके परिजन या उसकी पत्नी जेल पर जाती थी तो उसकी पत्नी को भी जेल अधीक्षक पैसे की मांगे का लेकर धमकाया करते थे। उसकी पत्नी ने इस मामले की शिकायत पिछले दिनों निगरानी विभाग में की थी जिसके बाद इस मामले को निगरानी विभाग ने पाइप लाइन में डाल दिया था। मंगलवार को पूरी तैयारी के साथ निगरानी की टीम जहानाबाद पहुंची। जहानाबाद के कोर्ट एरिया स्थित बालाजी रेस्ट हाऊस के बगल में स्थित पावर टेलर की दकान से जेल अधीक्षक को उस वक्त निगरानी की टीम ने दबोच लिया जब वो पप्पू की पत्नी से 50 हजार रुपये घूस ले रहे थे।
गौरतलब है कि दो वर्ष पूर्व जहानाबाद के एरकी गुमटी के पास पप्पू की गाड़ी हथियारों के जखीरे के साथ बररमद की गई थी पर तब पप्पू फरार हो गया था। बीते वर्ष उस जहानाबाद में ही गिरफ्तार किया गया तब से वह जेल में है।