अब मीडिया में बहस इस बात पर होने लगी है कि अगर नरेंद्र मोदी प्रधान मंत्री नहीं बन सके तो फिर वह क्या करेंगे.
इस संबंध में भास्कर डॉट कॉम ने अपनी एक खबर में कुछ खबरों का विश्लेषण करते हुए उन संभावनाओं का उल्लेख किया है कि पीएम नहीं बनने की स्थिति में मोदी क्या कर सकते हैं.
अखबार के अनुसार बीजेपी के कुछ नेता कहते हैं कि देश के सबसे बड़े पद की दावेदारी में शरीक होकर वापस फिर से सीएम पद संभालना मोदी के लिए मुमकिन नहीं होगा। इसके अलावा, सांसद चुने जाने के बाद उन्हें सीएम का पद छोड़ना होगा, क्योंकि वह दो संवैधानिक पद एक साथ नहीं रख सकते।
दूसरी तरफ इस व्यूज वेबसाइट ने कुछ जानकारों की राय भी इस संबंध में जानने की कोशिश की है. वेबसाइट के अनुसार जानकारों का कहना है कि जिस तरह की राजनीति मोदी करते हैं, उसको देखते हुए यह मानना बहुत मुश्किल है कि वह विपक्ष के नेता जैसी कोई जिम्मेदारी संभालेंगे। वह सांसद या विपक्ष का नेता बनने के बजाय सीएम बने रहना उचित समझेंगे। जानकारों के मुताबिक, मोदी को सत्ता की आदत लग चुकी है, इसलिए वह शर्तिया तौर पर गुजरात लौटना ही पसंद करेंगे।
बीजेपी के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मोदी के पास कोई प्लान बी नहीं है। लेकिन राजनीतिक जानकार इससे उलट राय रखते हैं। उनका कहना है कि मोदी एक मंझे हुए राजनेता हैं, इसलिए वह आगे पीछे का सोचकर ही चलते हैं।
जानकारों के मुताबिक, मोदी गुजरात के सीएम के तौर पर काम करते हुए केंद्र की राजनीति मे अपनी दखल बढ़ाएंगे। शायद यही वजह है कि महीनों पहले पार्टी का पीएम प्रत्याशी बनने के बावजूद उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं छोड़ी। पार्टी में फिलहाल उनसे बड़ा कोई दूसरा चेहरा नहीं है, इसलिए पार्टी भी उनको एकदम से दरकिनार नहीं कर सकती।
Comments are closed.