नरेंद्र मोदी फरवरी के बिहार दौरे के दौरान अपने साथ राजनीतिक तूफान लाने की तैयारी में हैं.वह उन बिहारी नेताओं के नाम का खुलासा कर सकते हैं जो सुहैल हिंगोरा अपहरण में कथित रूप से शामिल थे.
विनायक विजेता
बहुचर्चित सोहैल हिंगोरा अपहरण मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस और सीआईडी की टीम अगर इस मामले में कुछ राजनेताओं के नाम या उनकी संलिप्तता को उजागर नहीं करती है तो गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद ही वैसे राजनेताओं के नाम का खुलासा अपने बिहार दौरे के क्रम में कर सकते हैं।
नरेन्द्र मोदी फरवरी में बिहार आने वाले हैं पर उनके बिहार दौरे की तिथि अभी तय नहीं हुई है। गौरतलब है कि गुजरात के अरबपति व्यवसायी हनीफ हिंगोरा के पुत्र सोहैल हिंगोरा का बीते 29 अक्टूबर को उस वक्त अपहरण कर लिया गया था जब वह दमन स्थित अपनी फैक्ट्री के कार्यालय से निकलकर घर जा रहे थे।
अपहर्ताओं ने सौहेल के बिहार लाया और लगभग एक माह तक छुपरा के एक गांव में बंधक बना कर रखा।
बीते 25 नवम्बर को सोहैल तब मुक्त हुए जब उनके पिता पटना आए और अपहर्ताओं को एक भारी राशि फिरौती के रुप में चुकायी। फिरौती की रकम को लेकर भी विवाद है। बिहार पुलिस फिरौती की राशि 9 करोड़ बताती है जबकि चर्चा 25 करोड़ की है। बिहार पुलिस के दावे का आधार क्या है इसे पुलिस के आलाधिकारी भी नहीं बता पा रहे।
इधर बुधवार को हनीफ हिंगोरा से उनके मोबाइल (09913361760) पर हुई बातचीत में हनीफ हिंगोरा ने एक सनसनीखेज खुलासा यह किया कि ‘अपहर्ताओं ने पहले कम रकम मांगी थी पर इस मामले में कुछ राजनेताओं की दखलंदाजी और संलिप्तता के बाद अपहर्ताओं ने फिरौती की रकम बढ़ा दी।’ पर वह रकम क्या थी इसे बताने से हनीफ ने अभी इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि ‘भले ही बिहार की सरकार और वहां की पुलिस ऐसे सफेदपोश नेताओं को बचाने के लिए चूप बैठें पर वह चूप नहीं बैठेंगे।’ उन्होंने कहा कि ‘वह इस माह के अंत तक बिहार पुलिस की कार्यवाईयों का इंतजार करेंगे और उसके बाद अगला कदम उठाएंगे।’हनीफ हिंगोरा ने स्वीकार किया कि उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलकर वह सारे सबूत उन्हें सौपें हैं जो उनके बेटे के अपहरण मामले में अपहर्ता और बिहार के कुछ राजनेताओं की संलिप्तता को उजागर करती है और यह सबूत उन नेताओं की इस मामले में गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त हैं।
सूत्रों के अनुसार गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने राज्य के पलिस अधिकारियों से इस मामले में अपने बिहार दौरे के पूर्व एक रिपोर्ट साक्ष्य के साथ मांगी है। नरेन्द्र मोदी बिहार आकर अगर बिहार में अपहर्ता और राजनेता गठजोड़ का खुलासा कर नितीश पर हमला बोलते हैं तो लोकसभा चुनाव के पूर्व बिहार की सियासी राजनीति में तूफान खड़ा हो सकता है