बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से पूरे प्रदेश में 14 से 20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। इसके तहत प्राधिकरण की ओर से पटना के प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में अग्नि सुरक्षा संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। अग्निसुरक्षा सप्ताह का आगाज़ प्राइवेट स्कूल एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अधीन स्कूलों से किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए एनडीआरएफ़ के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ओझा ने मॉक ड्रिल में उपस्थित लोगों को आग और उसके प्रकार की जानकारी दी। उन्होनें कहा कि आग से निपटने के लिए आग के प्रकार की जानकारी बहुत आवश्यक है। अधिकांश घटनाएं जानकारी नहीं होने के कारण होती या भयावह हो जाती है। मॉक ड्रिल के माध्यम से सिलेंडर में लगी आग को बुझाने में छात्रों, शिक्षको और प्राधिकरण के अधिकारियों ने प्रदर्शन कर आग बुझाने में रूचि दिखाई। अग्निशाम सेवा के राज्य अग्निशामन पदाधिकारी क्लेमेंट फ्लोरियन ने इस अग्नि सुरक्षा दिवस मनाने के इतिहास पर प्रकाश डाला।
उन्होंने आग लगने के कई तरीकों पर बेहद रोचक जानकारियों को साझा किया। उन्होंने कहा कि बिजली से और गैस से आग लगने की स्थिति में सावधानी की आवश्यकता होती है । गैस सिलेंडर से आग लगने की स्थिति में गैस का आक्सीजन के संपर्क को बंद करना पहली सावधानी होती है। कार्यक्रम का समापन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के ओएसडी अनिल सिन्हा ने किया। पटना के समनपुरा स्थित वेस्ट पॉइंट स्कूलमें लगभग आधा दर्जन स्कूलों के शिक्षक, शिक्षिकाओं, संचालकों और छात्र-छात्राओं ने मॉक ड्रिल में हिसा लिया और अग्नि सुरक्षा के गुर सीख़े। इस अवसर पर प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष शमायल अहमद, प्राधिकरण के वरीय सलाहकार अनुज तिवारी, वरीय संपादक मोनिषा दुबे, परियोजना पदाधिकारी डॉ. मधुबाला आदि उपस्थित थे।