बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का सचिवालय इन दिनों प्रभार में चल रहा है। यहां शीर्ष तीन पदों पर आइएएस अधिकारी पदस्थापित हैं। इनमें दो अतिरिक्त प्रभार में भी हैं, जबकि मात्र एक यहां पर पूर्णत: पदस्थापित हैं। बिहार सरकार की साइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार के जिम्मे स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव का पद भी है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री के सचिव संजय कुमार सिंह सीएम सचिवालय के अतिरिक्त बिहार पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक का काम भी देख रहे हैं।
वीरेंद्र यादव, बिहार ब्यूरो प्रमुख
सीएम सचिवालय में तीसरे आइएएस हैं अतीश चंद्रा। इनके जिम्मे कोई और प्रभार नहीं हैं। वह पूर्णत: सीएम सचिवालय को ही समर्पित हैं। वह यहां दिसंबर 2010 से ही नियुक्त हैं। उनका समर्पण मुख्यमंत्री के प्रति भी रहा है। इसीलिए वह करीब चार वर्षों से यहां पदस्थापित हैं। पहले उनकी नियुक्ति सचिव के रूप में हुर्इ थी, बाद में मुख्यमंत्री के सचिव बना दिए गए। नीतीश कुमार के दूसरे कार्यकाल में सीएम सचिवालय में कई आइएएस आए-गए, लेकिन अतीश चंद्रा अपनी जगह पर कायम हैं। अतीश चंद्र मूलत: राजस्थान के रहने वाले हैं और 1994 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। उन्होंने कई जिलों और सचिवालय में महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवा दी है और अपने कार्यों का निर्वाह किया है। प्रशासन को अधिक पारदर्शी और प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए कई सुझाव भी दिए।
सीएम सचिवालय में मुख्यमंत्री के अतिरिक्त कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह हैं और यह भारतीय वन सेवा के अधिकारी हैं। उनक जिम्मे पटना जिले का डीएफओ पद भी है। उन्हें सीएम सचिवालय के अलावा डीएफओ की जिम्मेवारी का भी निर्वाह करना पड़ता है। इस प्रकार मुख्यमंत्री सचिवालय में भारतीय प्रशासनिक सेवा के तीन और भारतीय वन सेवा के एक अधिकारी हैं। इन चार में से तीन अतिरिक्त प्रभार की जिम्मेवारियों से दबे हुए हैं और मात्र अतीश चंद्रा ही सीएम सचिवालय का काम देख रहे हैं। इस प्रकार यह कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि सीएम सचिवालय का भार अकेले अतीश चंद्रा के कंधों पर है।