अध्यक्ष पद छीनने से कौकब कादरी का छलका दर्द, कांग्रेस को सहलाते हुए धमकी भी दी है.
बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष रहे कौकब कादरी कादरी की जगह मदनमोहन झा को पार्टी का न्या अध्यक्ष बनाया गया है. जबकि कौकब कादरी का पर कतरते हुए उन्हें, तीन अन्य लोगों के साथ कार्यकारी अधयक्ष नियुक्त किया गया है. जिन तीन नेताओं को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्याकारी अध्यक्ष बनाया गया है उनमें कौकब कादरी के अलावा समीर कुमार सिंह, श्याम सुंदर सिंह धीरज और अशोक कुमार के नाम शामिल हैं.
आम तौर पर किसी पार्टी में एक अध्यक्ष के होते हुए चार-चार कार्यकारी अध्यक्ष चुने जाने पर लोगों में आश्चर्य है. इके अलावा अखिलेश सिंह को चुनाव कम्पेन कमेटी का प्रमुख अलग से बना दिया गया है. उधर इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कौकब कादरी का भड़ा छलक उठा है. उन्होंने कहा कि मुझे प्रभारी अध्यक्ष बनाये जाने पर अल्पसंख्यकों में खुशी थी. उन्होंने कहा कि संख्या के आधार पर अल्पसंख्यकों को भागीदारी मिलनी चाहिए. हालांकि कौकब ने यह भी दोहराया कि सदाकत आश्रम ( प्रदेश मुख्यालय) में झाड़ू देने का काम भी मुझे देते( राहुल गांधी) तो मैं करूंगा. ‘पार्टी मुझे पदमुक्त भी कर दे तो मैं तैयार हूं’.
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बता दें कि तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी की नीतीश कुमार से बढ़ती नजदीकियों के बाद उन्हें अध्यक्ष पद से हटा कर कौकब कादरी को कांग्रेस का प्रभारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. उधर अशोक चौधरी केजदयू में चले जाने के बाद से लगातार कौकब कादरी ने कांग्रेस का संबंध अपने गठबंधन सहयोगी राजद से मधुर संबंध बनाये थे. इस बीच उनकी उम्मीदों पर तब आघात हुआ जब उन्हें प्रभारी पद से हटा कर तीन अन्य नेताओं के साथ कार्यकारी अध्य़क्ष की जिम्मेदारी सौंपी गयी.
हालांकि कौकब कादरी इस बदला पर स्प्ष्ट रूप से कुछ कहने से बच रहे हैं लेकिन उनके शब्दों से उनके दुख का साफ पता चल रहा है. तभी तो उन्होंने यह मांग उठा दी कि अल्पसंख्यकों को उनकी संख्या के अनुपात में भागीदारी मिलनी चाहिए.