सत्तारूढ़ जदयू के विधायक अनंत सिंह के बाद जदयू के अन्य विधायक सुनील पांडेय को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन आरोप है कि उन्होंने आरा कोर्ट में कुछ महीने पहले हुए ब्लास्ट के आरोपी लंबू शर्मा को भागने और छिपने में मदद की थी। बिहार की तरारी असेंबली सीट से विधायक पांडेय की गिरफ्तारी शनिवार को भोजपुर के डिस्ट्रिक हेडक्वॉर्टर आरा में मौजूद एसपी ऑफिस से हुई। एसपी ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि लंबू यूपी के विवादित नेता मुख्तार अंसारी की हत्या की साजिश रच रहा था।
भास्करडॉटकॉम की खबर के अनुसार, पिछले दिनों दिल्ली में गिरफ्तार किए गए लंबू शर्मा से जब वहां की पुलिस ने पूछताछ की तो उसने अपने मददगार के तौर पर विधायक सुनील पांडेय का नाम लिया था। बाद में लंबू को भोजपुर पुलिस ने रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ की थी। लंबू से पूछताछ और तफ्तीश के दौरान पुलिस को पांडेय के खिलाफ ठोस सबूत मिले थे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। भोजपुर के एसपी नवीन चंद्र झा ने कहा कि लंबू शर्मा ने जो बयान दिया था, उसके आधार पर पुलिस को तफ्तीश के दौरान विधायक के खिलाफ कुछ अहम सबूत मिले, जिनके आधार पर उनकी गिरफ्तारी की गई।
इसी साल जनवरी में लंबू शर्मा व उसके साथी अखिलेश की आरा कोर्ट में पेशी होनी थी। जेल से कैदी वैन कोर्ट के पास पहुंची। इसके बाद कैदियों को उतारकर अंदर ले जाया जा रहा था। इसी दौरान सुबह करीब 11.30 बजे विस्फोट हो गया। इसमें बम लेकर पहुंची अज्ञात महिला और एक सिपाही की मौत हो गई। विस्फोट के बाद आसपास अफरा-तफरी मच गई जिसका फायदा उठा कर लंबू और अखिलेश फरार हो गए। अखिलेश अब भी फरार है।