बिहार के बेगूसराय के गढपुरा थाना मे राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के मामले मे एक शिक्षक पर मामला दर्ज किया गया है. शिक्षक रंजीत राम पर आरोप है कि उन्होंने सूर्यास्त के बाद भी झंडे को नही उतारा था.
महफूज रशीद, बेगूसराय
शिक्षक ने अपने स्कूल में गणतंत्र दिवस के अवसर पर झंडा फहराने के बाद पूरी रात और दूसरे दिन भी नहीं उतारा था.
बाद मे ग्रामीणो के शिकायत पर गढपुरा के पुलिस अधिकारियों ने दलबल के साथ पहुंच कर झंडे को सलामी दी और फिर उसे गार्ड ऑफ आनर के बाद उतारा.
मामला गढपुरा प्रखंड के दुनही पंचायत के मानिकपुर महादलित टोला का है. इस मामले मे पुलिस ने इसे राष्री यध्वज का अपमान मानते हुए शिक्षक रंजीत राम पर मामला दर्ज किया है.
झंडे के अपमान की इस धटना की आज हर तरफ चर्चा है.
स्थानीय पुलिस का कहना है कि झंडोत्तलन के बाद सूर्यास्त तक ही राष्ट्रीय ध्वज को टंगा रहना चाहिए. सूर्यास्त होते ही उसे गार्ड आफ आनर के बाद उतार दिया जाना चाहिए. यह नियम राष्ट्रपति भवन और लाल किले में लागू नहीं होता जबकि अन्य जगहों से राष्ट्र ध्वज को उतार दिया जाना चाहिए. हालांकि इस संबंध में शिक्षक रंजीत राम का कहना है कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि झंडा फहराने के बाद उसे शाम तक उतार देना चाहिए.
पुलिस इस मामले में शिक्षक के खिलाफ तर्कसंगत कार्रवाई कर रही है.