उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने जनता दल यू के बागी नेताओं शरद यादव और अली अनवर की राज्यसभा की सदस्यता समाप्त किये जाने के उनके फैसले की आलोचनाओं पर आज अफसोस जताया ।
श्री नायडू ने केंद्रीय सूचना आयोग के 12वें वार्षिक सम्मेलन का यहां उद्घाटन करते हुए श्री यादव और श्री अनवर का नाम लिये बगैर कहा कि कल उन्होंने एक मामले का तीन माह के अंदर निपटारा कर दिया। उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि इस मामले का जल्द निपटारा करने का स्वागत किया जाएगा, लेकिन कुछ लोग इसकी भी आलोचना कर रहे हैं।
वाम दलों, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने श्री यादव को राज्यसभा की सदस्यता क अयोग्य ठहराये जाने को अनुचित करार दिया है।
उल्लेखनीय है कि श्री नायडू ने जद(यू) के महासचिव एवं राज्यसभा में पार्टी के नेता आर सी पी सिंह की याचिका पर फैसला सुनाते हुए श्री यादव और श्री अनवर को राज्यसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराया है। उन्होंने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद दलबदल कानून के तहत यह फैसला दिया है ।