केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे आज अपने ही गढ़ में तब बुरी तरह फंस गए, जब उन्हें सवर्ण सेना के विरोध का सामना करना पड़ा. दरअसल चौबे आज दिल्ली जाने के लिए राजधानी एक्सप्रेस पकड़ने नवगछिया पहुंचे थे, जहां सवर्ण सेना ने उन्हें काला कपड़ा दिखाया और उनके साथ धक्का – मुक्की तक कर दी. सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं का नेतृत्व भागलपुर संगठन के जिलाध्यक्ष सानू सनगही कर रहे थे.
नौकरशाही डेस्क
बताया जाता है कि पूरे घटनाक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री मुस्कुराते नज़र आये. हालांकि थोड़ी देर के लिए नाराज भी हुए. बाद में राजधानी एक्सप्रेस पर चढ़ते समय चौबे ने नवगछिया की एसपी निधि रानी से कहा कि अपने ही बच्चे हैं. इनपर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस प्रशासन ने किसी तरह की व्यवस्था नहीं की थी.
वहीं, सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं का नेतृत्व कर रहे सानू सनगही ने कहा कि एससी-एक्ट में संशोधन और गरीब सवर्णों को आरक्षण देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. सानू ने कहा कि अगर उनलोगों की बात नहीं सुनी गयी तो लोकसभा चुनाव में इसका नतीजा भुगतना होगा. मालूम हो कि अश्विनी चौबे फिलहाल बक्सर के सांसद हैं, लेकिन भागलपुर उनका गढ़ माना जाता है. 2014 के चुनाव में भी वे भागलपुर सीट से ही चुनाव लड़ना चाहते थे. मगर यह सीट भाजपा के कद्दावर नेता शाहनवाज हुसैन के खाते में आई थी. चौबे भाजपा के फायर ब्रांड नेता हैं, मगर जब आज उन्हें सवर्ण सेना ने घेरा तो फीकी मुस्कान के साथ शांत रहने में ही उन्होंने भलाई समझी.