बिहार के खान मंत्री सत्यदेव नारायण आर्य अपने ही सचिव से इतने नाराज़ क्यों हो गये हैं. उनकी नाराज़गी इतनी बढ़ गई है कि उन्होंने अपने प्रधन सचिव के पी रामय्या की शिकायत मुख्यमंत्री से की है.
सत्यदेव नारायण आर्य की नाराज़गी यह है कि उनके विभाग के सचिव उनकी अनदखी कर के अधिकतर फ़ैसले ख़ुद ही करते हैं.
ताज़ा मामाल इस विभाग के अपर निदेशक को लेकर है.
मंत्री का कहना है कि पिछले दिनों एक अपर निदेशक को निलंबित किया गया था. इस अधिकारी के खिलाफ विधानमंडल के दोनों सदनों में सदस्यों ने कई बार शिकायत की थी. फिर इसके बाद हाइकोर्ट से जीत के बाद उन्हें योगदान कराया गया. तो ऐसी हालत में मंत्री का अनुमोदन जरूरी है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
इसके अलावा मंत्री का आरोप यह भी है कि कई जिलों में अवैध पत्थरों की खुदाई हो रही है. मंत्री के नाते कई निर्देश दिये, पर उन पर विभागीय सचिव ने कार्रवाई नहीं की. उनका कहना है बिना मेरे अनुमोदन के ही तकनीकी समिति का गठन कर लिया गया.
एक ओर मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं, तो दूसरी ओर खान विभाग में भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है. विभागीय अधिकारियों की शह पर ही ऐसा हो रहा है. मंत्री इस मामले पर इतना खिन्न हैं कि उन्होंने यहां तक कहा कि विभागीय सचिव उनके अधिकार क्षेत्र में भी हस्तक्षेप कर रहे हैं.