बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के सभापति सह वरिष्ठ भाजपा नेता नन्द किशोर यादव ने राज्य सरकार के अपराध नियंत्रण के दावे को झूठा बताया. यादव ने कहा कि अपराधियों में खाकी वर्दी का खौफ अब पूरी तरह समाप्त हो गया है. बढ़ते अपराध और उसमें सत्ता संरक्षित अपराधियों से आमजनों में दहशत है.
नौकरशाही डेस्क
उन्होंने कहा कि अप्रैल 2016 से अब तक राज्य में लूट, हत्या और अपहरण के मामले में 13 फीसदी की वृद्धि चौकाने वाली है. पिछले छह महीने में नौ पेट्रोल पंप और उनके कर्मचारियों के साथ लूट की घटना हो चुकी है. इस दौरान राज्य सरकार को बतौर राजस्व प्रतिमाह 20 लाख रूपये देने वाले पेट्रोल पम्पों से 24 लाख रूपये लूटे जा चुके हैं.
पेट्रोल पम्पों की सुरक्षा में विफल राज्य सरकार को पेट्रोल पंप संचालकों का द्वारा १२ घंटे का बंद भी नहीं दिखा. इन सब से इतर मुख्यमंत्री गाँधी जयंती के बहाने शांति का पाठ दे रहे हैं और दूसरी और अपराधी मस्त हैं.
भाजपा नेता ने पूछा कि कहाँ है शांति और कहाँ है सुशासन? उन्होंने एनडीए के शासन काल का ज़िक्र करते हुए कहा कि उस समय राज्य में स्थापित कानून का राज महागठबंधन की सरकार बनने के बाद तार – तार हो गया है. मुख्यमंत्री के कानून का राज का दावा खोखला हो रहा है. आखिर मुख्यमंत्री बिहार को किस निश्चय की ओर ले जा रहे हैं ?