बिहार में अपराध की बढती घटना को लेकर आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया । विधानसभा में प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भाजपा के विनोद कुमार सिंह, मिथिलेश तिवारी, अरूण कुमार सिन्हा और विजय खेमका समेत सात सदस्यों की ओर से दिये गये कार्यस्थगन प्रस्ताव को नियमानुकूल नहीं पाते हुये अमान्य कर दिया ।
इस पर प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही । राजधानी पटना , खगड़िया, बेगूसराय, वैशाली और गया में हत्या की घटनाएं हुई है । उन्होंने
कहा कि पूरे राज्य में अपराधी बेखौफ घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और आम जनता आतंक के माहौल में जीवन गुजार रही है । श्री कुमार ने कहा कि भाजपा के सदस्यों ने सदन में गिरती विधि व्यवस्था पर विशेष चर्चा कराने के आग्रह के साथ कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया था । उन्होंने कहा कि सरकार को इस गंभीर स्थित पर सदन में जवाब देना चाहिए ।
इस पर संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष हर दिन नये- नये सवालों को सदन के अंदर उठाते है लेकिन हर विषय को सदन के अंदर उठाने का नियम है । जिसका वह अनुपालन नहीं करते है । उन्होंने कहा कि कार्य संचालन नियमावली के तहत यदि किसी विषय को सदन में लाया जाता है तो सरकार उस पर जवाब देने को तैयार है । भाजपा के सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गये । इसी दौरान भारत की कम्युनिस्ट पार्टी :मार्क्सवादी-लेनिनवादी: के भी सदस्य विद्यालय रसोइयों को 15 हजार रूपया मानदेय देने की मांग को लेकर सदन के बीच में आ गये।