खबर है कि बिहार में बढ़ते अपराध पर नियंत्रण के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति गये आईपीएस कुंदन कृष्णन को बिहार सरकार वापस लाने वाली है.
विनायक विजेता
1994 बैच के अधिकारी कुंदन कृष्णन 2008 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गये थे. इससे पहले वह वह पटना के एससपी रह चुके थे.
शायद पटना और पटना की जेलों में बंद उन अपराधियों के लिए यह खबर अवाक या विचलित कर देने वाली हो जो अपराधी जेल से बाहर या जेल के अंदर रहकर भी अपना साम्राज्य चला रहे हैं. अपराधियों के दिल, दिमाग पर कभी ‘खौफ’ के रुप में नाच रहे कुन्दन कृष्णन का भूत फिर से ऐसे अपराधियों सिरों पर सवार होने वाला है क्योंकि कुंदन कृष्णन फरवरी 2014 में फिर से बिहार आ रहें हैं.
2008 में केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए बिहार से विरमित किए गए इस अधिकारी को लोकसभा चुनाव के पूर्व पटना प्रक्षेत्र का आईजी बनाए जाने की भी संभावना है. कृष्णन वर्तमान में इंटेलीजेंस ब्यूरो में आईजी के समकक्ष पद पर रायपुर में कार्यरत हैं.
कुंदन कृष्णन की केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति की अवधि जनवरी 1014 में समाप्त हो रही है जिसके बाद उन्हें अपने गृह कैडर में भेजा जाना तय है. गौरतलब है कि कुदन कृष्णन के पटना एसएसपी कार्यकाल में पटना और इसके आसपास के इलाकों में सक्रिय कई कुख्यात गिरफ्तार किए गए या फिर रहस्मय ढंग से गायब हो गए जिनका आज तक पता नहीं चला.
सूत्र बताते हैं कि इन दिनों रायपुर में अध्ययन और किताबों में ज्यादा वक्त बिताने वाले कुंदन कृष्णन फिर से बिहार नहीं आना चाहते और उन्होंने गृह मंत्रालय से आईबी में ही रहने की इच्छा जाहिर की है पर राजधानी पटना में बढ़े अपराध और उसपर लगाम के लिए बिहार सरकार कुंदन कृष्णन को एक बार फिर से बिहार लाकर उन्हें महत्वपूर्ण बागडोर सौंपने की तैयारी कर रही है.