संयुक्त अरब अमीरात में मंदिर के लिए जमीन आवंटन की खबरों पर मची वाहवाही से कुछ लोग सकते में आ सकते हैं क्योंकि यह जमीन 2013 में ही दी गयी थी.
याद रहे कि पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारतीय समय के अनुसार रात 11.30 में ट्वीट कर यूएई सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा था कि मंदिर निर्माण के लिए जमीन आवंटित करने का यूएई सरकार का फैसला एक बड़ा कदम है.
उसके बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा प्रधानमंत्री की यात्रा पर यूएई सरकार ने अबु धाबी में एक मंदिर बनाने के लिए जमीन आवंटित करने का फैसला किया. स्वरूप ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक फैसले के लिए यूएई नेतृत्व का शुक्रिया अदा किया.
जबकि चित्र उन्निथन और भरत याग्निक ने दो साल पहले यानी 9 जुलाई 2013 को ही टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में जमीन दिये जाने की खबर लिखी थी. ‘Arab donates land for Swaminarayan temple in UAE’ ( लिंक देखें) शीर्षक से लिखी रिपोर्ट में बताया गया था कि बोचसनेग श्री अकक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्थान( बीएपीएस) को मंदिर निर्माण के लिए एक अरब मुस्लिम ने पांच एकड़ जमीन दान में दी है. तब केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी लेकिन मनमोहन सिंह ने इसे कभी उपलब्धि के रूप में पेश नहीं किया.
खबर में लिखा गया था कि इस मंदिर में स्वामीनारायण की तस्वीर लगायी जायेगी.
इस खबर के सामने आने के बाद कुछ लोगों को आश्चर्य हो सकता है.