बिहार पुलिस का एक और शर्मनाक चेहरा सामने आया है, सारण डीआईजी आलोक कुमार का मामला अभी शांत भी नही हुआ था कि अररिया के एसपी शिवदीप लांडे पर कोलकाता के एक व्यापारी ने 50 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है.
संतोष सिंह, वरिष्ठ पत्रकार
मामला हाथी दांत के तस्कर से जुड़ा है जिसको छोड़ने के एवज में 50 लाख रुपया रिश्वत की मांग की गयी है.
इस पूरे मामले का सबसे मजेदार पहलु यह है कि के के सिंघानिया द्वारा एसपी के रिश्वत मांगने से जुड़े तमाम ओडियो और वीडियो साक्ष्य देने के बावजूद पुलिस मुख्यालय तब हरकत में आया जब यह खबर मीडिया के गलियारे में पहुंच गयी.
शिवदीप लांडे वही अधिकारी हैं जो कुछ दिन पहले पटना के सिटी एसपी थे. और उनके चमकदार चेहरे के पीछे की हकीकत को लोग नहीं पहचान पाये. पटना में कॉलेज की छात्राओं के साथ छेड़खानी की बढ़ती वारदात के बाद लांडे ने कुछ अच्छे कदम भी उठाये थे.जिसके कारण छात्राओं में उनकी लोकप्रियता भी बढ़ी थी. उस समय पटना की छात्राओं को महिला कालेज के गेट पर वह ऑटोग्राफ देते हुए देखे जा सकते थे. छात्राओं में लोकप्रियता अर्जित करने के लिए उन्होंने कालेज द्वार पर छात्राओं के साथ बदसुलीकी करने वाले को दौड़ा कर पीट कर खुद को काफी ग्लैमराइज कर लिया था. मीडिया ने भी उनके इस काम को काफी सराहा था.
लेकिन अररिया में उनकी असललियत सामने आ गई है.पुलिस महकमे के अंदरूनी सूत्रों को लांडे के कार्यकलाप पर पहले से ही संदेह था.
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