तेजस्वी यादव को मंत्रीपद से हटाने की अभी तक नीतीश सरकार ने कोई विधिवत निर्देश जारी नहीं किया है, लेकिन इस खीचतान में जद यू के प्रवक्ताओं की टोली ने राजद पर प्रोक्ष रूप से दबाव बढ़ा दिया है.
राजद प्रवक्ता नीरज कुमार ने मीडिया के जरिये कहा है कि लालू प्रसाद को अपनी सम्पत्ति को सार्वजनिक करना चाहिए. अन्य प्रवक्ता संजय सिंह ने राजद के उन नेताओं को निशाना बनाया है जो यह दुहाई दे रहे है ंकि राजद, गठबंधन में जद यू से बड़ी पार्टी है और उसके 80 विधायक हैं जबकि जद यू के पास केवल 71. संजय सिंह ने कहा कि राजद को इस अहंकार में नहीं रहना चाहिए. उसे याद करना चाहिए कि पिछली विधान सभा में उसके विधायकों की संख्या 23 पर क्यों समिट गयी थी.
अभी तक प्रवक्ताओं या सेकंड लाइन के नेताओं के सहारे राजद व जद यू में शीत युद्ध चल रहा है. जद यू के प्रदेश अध्यक्ष ने इशारों में कहा है कि सरकार ने अपना फैसला तय कर रखा है. हालांकि इस बीच शिवानंद तिवारी का बयान आया है जिसमें नीतीश कुमार को आफर किया गया है कि वह संघमुक्त भारत के अपने एजेंडे का नेतृत्व संभालें, लालू प्रसाद उनको साथ देने को तैयार हैं. शिवानंद तिवारी लालू के करीबी माने जाते हैं, इसलिए समझा जा रहा है कि शिवानंद का यह बयान नीतीश के साथ रिश्ते को सुधारने के दिशा में एक कदम है.